iGrain India - मुम्बई । एक अग्रणी उद्योग संस्था- सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) के नए आंकड़ों से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन के शुरूआती चार महीनों में यानी नवम्बर 2023 से फरवरी 2024 के दौरान देश में खाद्य तेलों का कुल आयात घटकर 46.15 लाख टन पर अटक गया जो 2022-23 सीजन की समान अवधि के आयात 58.44 लाख टन से करीब 21 प्रतिशत या 12.29 लाख टन कम है।
इसका प्रमुख चरण पाम तेल के आयत में 27 प्रतिशत की भारी गिरावट आना रहा। फरवरी 2024 में खाद्य तेलों का आयात घटकर 9.67 लाख टन पर अटक गया जो फरवरी 2023 के आयात 10.98 लाख टन से 13.50 प्रतिशत कम रहा।
एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक के अनुसार खाद्य जरूरतों (उद्देश्य) के लिए पाम तेल की उपलब्धता घट गई है क्योंकि दोनों शीर्ष उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया तथा मेलशिया में बायोडीजल निर्माण में इसका उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
इसके फलस्वरूप चालू वर्ष के दौरान पाम तेल का भाव ऊंचा रह सकता है। इन दोनों देशों में पाम तेल का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले चालू वर्ष के दौरान या तो मामूली बढ़ने या थोड़ा-बहुत घटने की संभावना है जिससे कीमतों पर असर पड़ेगा।
एसोसिएशन द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार नवम्बर 2023 फरवरी 2024 के चार महीनों के दौरान भारत में केवल 30.44 लाख टन पाम तेल का आयात हुआ जो 2022-23 सीजन के इन्हीं महीनों के कुल आयात 36.70 लाख टन से 6.20 लाख टन कम है।
इसके तहत क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का आयात 28.16 लाख टन से लुढ़ककर 12.15 लाख टन तथा आरबीडी पामोलीन का आयात 8.19 लाख टन से गिरकर 7.92 लाख टन रह गया।
फरवरी 2024 2024 में अर्जेन्टीना से सोयाबीन तेल के आयात में भारी बढ़ोत्तरी हुई मगर ब्राजील से आयात कुछ घट गया। शुरूआती चार महीनों में सोयाबीन तेल का आयात घटकर 6.64 लाख टन पर सिमट गया जो पिछले सीजन की इसी अवधि के आयात 17.01 लाख टन से काफी कम है।
इस अवधि में सूरजमुखी तेल का आयात भी 9.69 लाख टन से गिरकर 7.06 लाख टन रह गया। इस समयावधि में रोमानिया से 3.51 लाख टन, रूस से 3.01 लाख टन, अर्जेन्टीना से 1.45 लाख टन तथा यूक्रेन से 43 हजार टन सूरजमुखी तेल मंगाया गया।