iGrain India - कीव । कालासागर क्षेत्र में अवस्थित रूस के पड़ोसी देश- यूक्रेन से इस बार अनाज का निर्यात घटने की संभावना है जिससे अन्य निर्यातक देशों को अपेक्षाकृत कम प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।
यूक्रेनियन ग्रेन एसोसिएशन ने 2023-24 के मुकाबले 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में खाद्यान्न एवं तिलहनों के निर्यात में 18 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान लगाया है।
यूक्रेन से 2023-24 सीजन के दौरान में यह घटकर 437 लाख टन रह जाने का अनुमान है। यह निर्यात अनुमान को इस उम्मीद पर आधारित है कि यूक्रेन से समुद्री कोरीडोर तथा डेन्यूब नदी के जलमार्ग से शिपमेंट की निर्बाध प्रक्रिया जारी रहेगी। यदि उसमें कोई बाधा उत्पन्न हुई तो निर्यात में और भी कमी आ सकती है।
यूक्रेन गेहूं, मक्का, जौ एवं सूरजमुखी के अग्रणी निर्यातक देशों की सूची में शामिल है। यदि वहां से इन कृषि उत्पादों के निर्यात में कमी आई तो वैश्विक बाजार पर गहरा असर पड़ सकता है। उधर अमरीका में मक्का एवं सोयाबीन के उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इसी तरह रूस एवं यूरोपीय संघ में गेहूं की शानदार पैदावार की उम्मीद है। यूक्रेन से शिपमेंट घटने पर अन्य देशों से खाद्य एवं तिलहन का निर्यात बढ़ने के आसार हैं।
एसोसिएशन ने यूक्रेन में खाद्यान्न एवं तिलहनों का संयुक्त उत्पादन 2023-24 के 826 लाख टन से घटकर 2024-25 के सीजन में 761 लाख टन पर सिमट जाने का अनुमान लगाया है।