iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि केन्द्र सरकार ने चालू वर्ष के दौरान 300-320 लाख टन के बीच गेहूं की खरीद का आरंभिक लक्ष्य निर्धारित किया है लेकिन प्रमुख उत्पादक राज्यों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर इस लक्ष्य में बढ़ोत्तरी की सकती है।
मोटे तौर पर गेहूं की खरीद का लक्ष्य 334 लाख टन नियत होने की संभावना है क्योंकि विभिन्न राज्यों ने केन्द्र को सूचना सौंपी है उसमें गेहूं की कुल खरीद 367 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। लेकिन केन्द्र सरकार पिछले दो साल के कड़वे अनुभव को देखते हुए इस बार गेहूं की खरीद का व्यावहारिक लक्ष्य निर्धारित करना चाहेगी।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के रबी सीजन में 1120.30 लाख टन गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान लगाया है जिसके तहत उत्तर प्रदेश 354.80 लाख टन, मध्य प्रदेश में 234.80 लाख टन,
पंजाब में 161.30 लाख टन, हरियाणा में 112.10 लाख टन, राजस्थान में 104.20 लाख टन तथा बिहार में 63.30 लाख टन का उत्पादन शामिल है। शेष उत्पादन देश के अन्य राज्यों में होने की संभावना है।
पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष गेहूं का उत्पादन केवल महाराष्ट्र, राजस्थान एवं बिहार में घटने का अनुमान है जबकि अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों ने उत्पादन बढ़ने की सूचना केन्द्र को दी है।
2022-23 सीजन के दौरान सरकार ने 341.50 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा था जबकि वास्तविक खरीद 262 लाख टन तक पहुंच सकी। इसी तरह 2021-22 सीजन में 444 लाख टन के विशाल लक्ष्य की तुलना में सिर्फ 188 लाख टन गेहूं खरीदा जा सका।
गेहूं का थोक मंडी भाव 2275 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य की तुलना में फिलहाल 80-150 रुपए प्रति क्विंटल ऊंचा चल रहा है।