iGrain India - नई दिल्ली। पिछले कुछ सप्ताहों से चीनी की कीमतों में नरमी का रुख बना हुआ था मगर 8 से 15 मार्च वाले सप्ताह के दौरान इसमें कुछ सुधार दर्ज किया गया। मौसम में गर्मी बढ़ने से कोल्ड ड्रिंक एवं आइसक्रीम निर्माता सक्रिय हो गए हैं जिससे चीनी की औद्योगिक मांग बढ़ने लगी है। गुड़ का उत्पादन कम होने लगा है जबकि सामान्य घरेलू खपत के लिए भी चीनी की अच्छी मांग निकलने लगी है।
मिल डिलीवरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान पूर्वी एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार तथा गुजरात जैसे राज्यों में चीनी के मिल डिलीवरी मूल्य में 15 से 80 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी दर्ज की गई मगर मध्य प्रदेश में भाव 10 रूपये नरम रहा। दिल्ली में चीनी का हाजिर बाजार भाव 60 रुपए उछलकर 4060/4160 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। इंदौर में चीनी हाजिर 50 रुपए तथा तथा रायपुर (छत्तीसगढ़) में 25-30 रुपए तेज रही। मुम्बई (वाशी) मार्केट में भी चीनी का दाम 20-30 रुपए बढ़ गया और इसके नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य में 20 रुपए की वृद्धि हुई।
महराष्ट्र
महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में मिश्रित रूख देखा गया। इसके तहत एस ग्रेड एवं एसएस ग्रेड में 35-47 रुपए की गिरावट आई जबकि एम ग्रेड का भाव 20 रुपए एवं एल ग्रेड का दाम 120 रुपए प्रति क्विंटल तेज रहा। कर्नाटक में चीनी के टेंडर मूल्य में 25 से 45 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। कोलकाता में चीनी का हाजिर भाव ऊंचा रहा।
क्रशिंग
गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन का सीजन अभी जारी है। घरेलू उत्पादन गत वर्ष से कुछ पीछे चल रहा है। मार्च के लिए 23.50 लाख टन चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा नियत हुआ है। पहले बाजार पर दबाव बना हुआ था अगर अब धीरे-धीरे यह घट रहा है। ब्राजील में चीनी उत्पादन का नया सीजन अगले महीने से आरंभ होने वाला है।