iGrain India - विनीपेग । ब्राजील में किसानों द्वारा कम स्टॉक की बिक्री किए जाने तथा अमरीका में मौसम ठीक नहीं होने से शिकागो एक्सचेंज में सोयाबीन का वायदा भाव कुछ सुधरने के सकारात्मक असर से कनाडा में पिछले 10 दिनों से कैनोला का दाम मजबूत बना हुआ है।
कुछ समय पूर्व तक इसकी उम्मीद नहीं की जा रही थी क्योंकि कनाडा में कैनोला का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद था और इसकी कीमत नरम चल रही थी। व्यापार विश्लेषकों के अनुसार दो कारणों से कैनोला का भाव आगे कमजोर पड़ सकता है।
पहली बात तो यह है कि लैटिन अमरीकी देश- अर्जेन्टीना में सोयाबीन की नई फसल की कटाई-तैयारी आरंभ हो गई है और इस बार वहां शानदार उत्पादन होने की उम्मीद है। इससे सोयाबीन एवं सोया तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है।
मालूम हो कि अर्जेन्टीना दुनिया में सोयाबीन तेल एवं सोयामील का सबसे प्रमुख निर्यातक देश है। वहां इस बार सोयाबीन का उत्पादन बढ़कर 525 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान है।
दूसरा कारण सूरजमुखी तेल के दाम में नरमी रहना है। रूस-यूक्रेन के पास सूरजमुखी का भारी स्टॉक मौजूद है जबकि इसका निर्यात प्रदर्शन कमजोर चल रहा है। इंडोनेशिया एवं मलेशिया में पाम तेल का भाव मजबूत रहने पर सोयाबीन की कीमत को कुछ सहारा मिल सकता है।
चीन में सोयाबीन तथा कैनोला के आयात की गति कुछ धीमी चल रही है। कनाडा के विनीपेग एक्सचेंज में मई अनुबंध के लिए कैनोला का वायदा भाव एक सप्ताह के दौरान करीब 32 डॉलर प्रति टन बढ़ गया।