iGrain India - नई दिल्ली । अत्यन्त ऊंचे घरेलू भाव तथा कम स्टॉक के कारण चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दस महीनों में यानी अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 के दौरान देश से जीरा का कुल निर्यात घटकर 1,09,097 टन पर अटक गया जो वित्त वर्ष 2022-23 के इन्हीं महीनों के शिपमेंट 1,46,097 टन से 37 हजार टन कम था।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2024 में देश से 12,396 टन जीरा का निर्यात हुआ जो दिसम्बर 2023 के शिपमेंट 12,234 टन से कुछ अधिक और जनवरी 2023 के शिपमेंट 8050 टन से काफी अधिक रहा।
दरअसल वर्ष 2023 की दूसरी छमाही के दौरान जीरा के घरेलू बाजार भाव ने तेजी का नया रिकॉर्ड बनाया और 60,000 रुपए प्रति क्विंटल से भी ऊपर पहुंच गया जो ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर है।
हालांकि अक्टूबर 2023 से जीरा का भाव नरम पड़ने लगा लेकिन तब तक निर्यात में भारी गिरावट आ चुकी थी। जीरा का घरेलू उत्पादन भी काफी कम हुआ जिससे निर्यात शिपमेंट के लिए पर्याप्त स्टॉक नहीं बचा।
2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान जीरा का शानदार घरेलू उत्पादन होने के आसार हैं और इसकी कीमत भी सामान्य स्तर पर चल रही है जिससे 2024-25 के वित्त वर्ष में इसका भारी निर्यात होने की उम्मीद है।
जहां तक विदेशों से इसके आयात का सवाल है तो इसमें भी जोरदार बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-2022- जनवरी 2023 के 10 महीनों में केवल 1574 टन जीरा का आयात हुआ था जो अप्रैल 2023 जनवरी 2024 के दौरान उछलकर 17,401 टन पर पहुंच गया। जनवरी 2024 में 453 टन, दिसम्बर 2023 में 573 टन एवं जनवरी 2023 में 250 टन जीरा मंगाया गया था।