iGrain India - नई दिल्ली । घरेलू प्रभाग में खाद्य तेलों की कीमतों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से सरकार ने खाद्य तेलों का शुल्क आधारित बुनियादी आयात मूल्य (टैरिफ वैल्यू) में कटौती कर दी है।
इसके तहत 1-15 मई की तुलना में 16-31 मई 2024 के लिए क्रूड पाम तेल (सीपीओ) पर टैरिफ वैल्यू या आधार आयात मूल्य को 944 डॉलर प्रति टन से 52 डॉलर घटाकर 892 डॉलर प्रति टन,
आरबीडी पामोलीन पर 972 डॉलर प्रति टन से 50 डॉलर घटाकर 922 डॉलर प्रति टन तथा क्रूड सोयाबीन तेल के लिए आधार आयात मूल्य को 959 डॉलर प्रति टन से 24 डॉलर घटाकर 935 डॉलर प्रति टन निर्धारित किया गया है।
हालांकि भारत में क्रूड सूरजमुखी तेल का आयात भी बड़े पैमाने पर होता है लेकिन इसके लिए टैरिफ वैल्यू का निर्धारण नहीं किया जाता है।
विदेशों से आयातित सीपीओ, रिफाइंड पामोलीन एवं क्रूड सोया तेल के लिए केन्द्र सरकार प्रत्येक पखवाड़े के वास्ते भारतीय बंदरगाहों पर एक निश्चित मूल्य निर्धारित करती है और इसके आधार पर ही सीमा शुल्क की वसूली होती है।
इसी मूल्य को टैरिफ वैल्यू या आधार आयात मूल्य कहा जाता है। क्रूड खाद्य तेलों पर 5.5 प्रतिशत एवं रिफाइंड पामोलीन पर 12.5 प्रतिशत की सीमा शुल्क लागू है।
आधार आयात मूल्य में कटौती होने से भारत में खाद्य तेलों का दर से सीमा शुल्क लागू है। आधार आयात मूल्य में कटौती होने से भारत में खाद्य तेलों का आयात सस्ता हो जाएगा जिससे घरेलू बाजार भाव कुछ नरम पड़ सकता है। नया आधार आयात मूल्य आज से लागू होकर चालू माह के अंत तक प्रभावी रहेगा।