iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि खरीफ सीजन में उत्पादित होने वाले दो प्रमुख दलहनों-तुवर एवं उड़द की अभी बिजाई भी आरंभ नहीं हुई है लेकिन सरकार ने इसकी खरीद सुनिश्चित करने के लिए काफी पहले ही किसानों के रजिस्ट्रेशन का प्रयास शुरू कर दिया है।
सरकार इन दोनों दलहनों का भारी-भरकम बफर स्टॉक बनाना चाहती है ताकि जब कीमतों में जोरदार उछाल आए तब उसे नियंत्रित करने हेतु प्रभावी ढंग से बाजार में हस्तक्षेप किया जा सके।
इसके विपरीत यदि तुवर एवं उड़द की अगली नई फसल की भरपूर आवक होने पर बाजार भाव नरम पड़े तो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्रदान किया जा सके।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों सरकारी एजेंसियों- नैफेड तथा एनसीसीएफ ने किसानों से खरीफ फसलों की बिजाई का अभियान शुरू होने से पूर्व उपभोक्ता मामले विभाग के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाने का आग्रह किया है।
ज्ञात हो कि खरीफ फसलों की बिजाई अगले महीने से आरंभ होने वाली है। अधिकारियों का कहना है कि किसानों के रजिस्ट्रेशन के जरिए उपभोक्ता मामले विभाग फसल उत्पादन की मात्रा का आंकलन कर सकता है जिससे बाद में दोनों सरकारी एजेंसियों को आगामी आवश्यकता व्यवस्था की तैयारी में सहायता मिलेगी।
इसमें भंडारण एवं निकासी का प्रबंध भी शामिल है। अधिकारियों के मुताबिक पोर्टल पर पंजीकरण करवाने के बावजूद किसान कहीं भी अपना उत्पाद बेचने के लिए स्वतंत्र होने।
यदि व्यापारी या मिलर्स ऊंचा दाम देता है तो किसान अपना दलहन बेच सकते हैं। सरकार बिहार, उत्तर प्रदेश तथा झारखंड जैसे राज्यों में तुवर की खरीद के लिए बुनियादी ढांचागत सुविधाएं स्थापित करना चाहती है।