iGrain India - नई दिल्ली । अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के वित्त वर्ष के दौरान भारत से बासमती चावल का निर्यात उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 2022-23 की तुलना में 2023-24 के दौरान भारत से बासमती चावल का निर्यात 45.60 लाख टन से करीब 15 प्रतिशत बढ़कर 52.40 लाख टन पर पहुंच गया।
इसी तरह इसकी निर्यात आय भारतीय मुद्रा में 38,525 करोड़ रुपए से उछलकर 48,384 करोड़ रुपए तथा विदेशी मुद्रा में 4.78 अरब डॉलर से 22 प्रतिशत बढ़कर 5.83 अरब डॉलर के शीर्ष स्तर पर पहुंच गई।
सऊदी अरब भारतीय बासमती चावल का सबसे बड़ा खरीदार बन गया। वहां इसका आयात गत वर्ष के मुकाबले करीब 15 प्रतिशत बढ़कर 2023-24 में 10.90 लाख टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
इसी तरह इसकी निर्यात आमदनी भी 1.03 अरब डॉलर से बढ़कर 1.25 अरब डॉलर पर पहुंची। दिलचस्प तथ्य यह है कि सऊदी अरब के बाद इराक ने भारत से सबसे अधिक बासमती चावल का आयात किया जो ईरान के आयात से भी ज्यादा रहा।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक भारत से इस्मा को 2022-23 में 8.60 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था जिसकी कीमत 37 करोड़ डॉलर रही थी।
वित्त वर्ष 2023-24 में वहां चावल का निर्यात 126 प्रतिशत बढ़कर 8.20 लाख टन पर पहुंच गया और निर्यात आमदनी भी 137 प्रतिशत उछलकर 88 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई।
दूसरी ओर इसी अवधि के दौरान ईरान में भारतीय बासमती चावल का निर्यात 9.90 लाख टन से 32 प्रतिशत घटकर 6.70 लाख टन पर अटक गया और इससे प्राप्त होने वाली आमदनी भी 98 करोड़ डॉलर से घटकर 67 करोड़ डॉलर पर अटक गई।
इसके अलावा भारत से कुवैत, बहरीन, जोर्डन एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित कई अन्य देशों को भी अच्छी मात्रा में बासमती चावल का निर्यात किया गया।