iGrain India - नई दिल्ली । भीषण गर्मी से चीनी की घरेलू एवं औद्योगिक मांग मजबूत बनी हुई है जबकि इसके उत्पादन का सीजन लगभग समाप्त हो चुका है। हालांकि इस्मा द्वारा 20 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति देने के आग्रह पर सरकार ने कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिया है मगर फिर भी बाजार भाव एवं मिल डिलीवरी मूल्य में 11-17 मई वाले सप्ताह के दौरान अच्छी तेजी दर्ज की गई।
मिल डिलीवरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान चीनी के मिल डिलीवरी मूल्य में पूर्वी उत्तर प्रदेश में 20 रुपए तथा पंजाब एवं मध्य प्रदेश में 10-10 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी हुई मगर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाव 10 रुपए नरम पड़ गया। गुजरात में चीनी के मिल डिलीवरी मूल्य में 40 से 85 रुपए प्रति क्विंटल तक का इजाफा दर्ज किया गया।
हाजिर भाव
चीनी का हाजिर बाजार भाव दिल्ली में 20 रुपए बढ़कर 4220/4260 रुपए प्रति क्विंटल तथा इंदौर में 5 रुपए सुधरकर 3980/4080 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। छत्तीसगढ़ के रायपुर में चीनी का दाम 4000/4100 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा लेकिन मुम्बई (वासी) मार्केट में यह 20 रुपए का सुधार दर्ज किया गया। कोलकाता में 10-15 रुपए की तेजी रही।
टेंडर
चीनी के टेंडर मूल्य में महाराष्ट्र में 30 से 50 रुपए प्रति क्विंटल तथा कर्नाटक में 15 से 45 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
उत्पादन
यद्यपि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी का दाम नरम पड़ने लगा है क्योंकि सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ब्राजील में पिछले सीजन की भांति 2024-25 के वर्तमान सीजन (अप्रैल-मार्च) में भी चीनी का शानदार उत्पादन होने के आसार हैं मगर भारतीय बाजार पर इसका कोई असर नहीं देखा जा रहा है। समझा जाता है कि लोक सभा चुनाव के कारण भी चीनी की मांग एवं खपत में बढ़ोत्तरी हो रही है। देश के विभिन्न भागों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है जिससे कोल्ड ड्रिंक्स तथा आइस क्रीम निर्माण में चीनी का इस्तेमाल लगातार बढ़ता जा रहा है।