iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 23 मई 2024 तक दक्षिण-पश्चिम मानसून के दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के कुछ भागों, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिणी बंगाल की खाड़ी अंदमान एवं निकोबार द्वीपसमूह तथा अंडमान सागर में पहुंच जाने का अनुमान व्यक्त किया है।
केरल तट से कुछ आगे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर कुछ भागों में मानसून के प्रवेश करने के बाद इसका आगे बढ़कर भारत की मुख्य भूमि में पहुंचना आसान हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। लक्ष्यद्वीप तथा श्रीलंका में यह पहले पहूंच सकता है और उसके बाद प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी-पश्चिमी भाग तथा केरल में इसकी पहुंच हो सकती है। यदि इसी रफ्तार से मानसून आगे बढ़ता रहा तो यह निश्चित समय पर केरल में प्रवेश कर जाएगा।
मौसम विभाग के मुताबिक तमिलनाडु, पांडिचेरी एवं कराईकल में बारिश हो रही है जो कल (23 मई) तक जारी रहेगी। केरल में भी सामान्य से लेकर भारी वर्षा का दौर 24 मई तक जारी रहने की संभावना है।
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दाब का क्षेत्र बनने के संकेत मिल रहे हैं। श्रीलंका में समुद्र विचलित हो गया है और वहां तेज हवा के साथ बारिश हो रही है।
यह हवा मानसून की हितैषी है जो पश्चिम दिशा से बहते हुए कलपिटिया से कोलम्बो, गाले तथा हंबनटोटा से होकर दक्षिण- पश्चिम में पोट्टुविल की ओर जा रही है।
इसकी रफ्तार 40-50 मि०मी० प्रति घंटा है। श्रीलंका के मौसम पूर्वानुमान केन्द्र ने कहा है कि हवा की रफ्तार कभी-कभी 60-70 मि०मी० प्रति घंटा तक पहुंच रही है।
उत्तरी केरल के ऊपर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण-पूर्वी अरब सागर की ओर बढ़ गया है जबकि एक अन्य सर्कुलेशन दक्षिणी-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर चेन्नई-पांडिचेरी तट पर मौजूद है। इससे दक्षिणी भारत में अगले दो-तीन दिनों तक अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है जबकि उत्तरी भारत में लू का रेड अलर्ट घोषित किया गया है।