iGrain India - कोयम्बटूर । केन्द्र सरकार की अधीनस्थ एजेंसी- भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने तमिलनाडु स्पिनिंग मिल्स एसोसिएशन के सदस्यों से कहा है कि उसे रूई के जितने स्टॉक की आवश्यकता है उसकी कवरिंग (खरीद) जल्दी से जल्दी कर ले। उल्लेखनीय है कि इस एसोसिएशन ने निगम से व्यापारियों को रूई नहीं बेचने का अनुरोध किया था।
इसके जवाब में निगम ने कहा है कि मिलर्स को कीमतों का भुगतान करके रूई की खरीद का सौदा जल्दी से जल्दी कर लेना चाहिए।
निगम के मुख्य महा प्रबंधक (विपणन) ने कहा है कि अगर स्पिनिंग इकाइयों को लम्बी अवधि के लिए रूई के स्टॉक की जरूरत है तो वे 'लॉक-इन फैसिलिटी का लाभ उठाकर इसकी कवरिंग कर सकती हैं।
रूई का स्टॉक निगम के पास ही रहेगा मगर इकाइयों को इसका खर्च वहन करना पड़ेगा और नियत समय सीमा के अंदर वे कभी भी इस स्टॉक का उठाव कर सकती है।
यह सुविधा स्पिनिंग मिलों के लिए फायदेमन्द है क्योंकि एक बार सौदा हो जाने पर मिलर्स को रूई के बाजार भाव में आने वाले उतार-चढ़ाव के जोखिम का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आमतौर पर मार्केटिंग सीजन की अंतिम तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान रूई का भाव तेज हो जाता है अगर सीसीआई से अनुबंध होने के बाद मिलर्स को निश्चित मूल्य पर ही रूई उपलब्ध होती रहेगी।