iGrain India - बीजिंग । अत्यत विशाल क्षेत्रफल वाले देश चीन के कुछ भागों में मूसलाधार वर्षा एवं भयंकर बाढ़ का प्रकोप बरकरार है जबकि अन्य क्षेत्रों में लम्बे समय से ऊंचे तापमान के कारण भीषण गर्मी का दौर जारी है।
मौसम विभाग ने देश के पूर्वी, मध्यवर्ती एवं दक्षिणी राज्यों में चालू माह (जुलाई) के दौरान भी हीट वेव एवं सूखे का प्रकोप कायम रहने का अनुमान व्यक्त किया है। इससे खासकर धान तथा कपास की फसल क्षतिग्रस्त होने की आशंका है। चीन इन दोनों कृषि उत्पादों का सबसे प्रमुख उत्पादक देश है।
मौसम विभाग के मुताबिक चीन के अधिकांश भागों में अगले कुछ महीनों तक तापमान अपेक्षाकृत ऊंचा रहने की संभावना है और इस तरह लगतार दूसरे साल वहां ग्रीष्मकाल के दौरान जबरदस्त गर्मी का प्रकोप रह सकता है।
मौसम विभाग ने इस भयंकर गर्मी की वजह से कपास एवं धान की औसत उपज दर में गिरावट आने की आशंका व्यक्त करते हुए यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाने का सुझाव दिया है।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी समय के दौरान झेजियांग, जियांक्सी, हुनान, फुजियान, गुआंगडोंग, गुआंगक्सी, गांसू तथा निंगजिया जैसे प्रांतों में तापमान सामान्य स्तर से 1-2 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहने की संभावना है।
जलवायु परिवर्तन के कारण चीन को मौसम की चरम स्थिति का सामना करना पड़ रहा है जिसके तहत कुछ क्षेत्र सूखा की चपेट में तथा अन्य क्षेत्र बाढ़ की चपेट में फंस जाता है। उत्पादन घटने पर चीन में रूई तथा चावल का आयात बढ़ सकता है जिससे कुछ अन्य देशों के साथ भारत को भी वहां अपने उत्पादों का निर्यात बढ़ाने में सफलता मिल सकती है।