नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री की आय वित्त वर्ष 25 की जुलाई-सितंबर अवधि में तिमाही आधार पर 8 प्रतिशत और सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 674 अरब रुपये रही है। इस मजबूत वृद्धि की वजह मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी होना है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की रिपोर्ट के अनुसार, स्मार्टफोन टैरिफ में तीन बार बढ़ोतरी के कारण भारत की टेलीकॉम इंडस्ट्री की तिमाही आय सितंबर 2019 से लगभग दोगुनी हो गई है, जिसका अर्थ है कि बीते पांच साल में उद्योग की आय 14 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ी है।
भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री का कंसोलिडेटेड मार्केट स्ट्रक्चर, उच्च डेटा खपत, कम एआरपीयू और टेलीकॉम कंपनियों द्वारा उत्पन्न अपर्याप्त रिटर्न को देखते हुए, "हमें उम्मीद है कि आगे टैरिफ में और बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।"
टेलीकॉम इंडस्ट्री का औसत राजस्व प्रति यूनिट (एआरपीयू) सितंबर 2019 में 98 रुपये से लगभग दोगुना होकर सितंबर 2024 में 193 रुपये हो गया है, जो टैरिफ बढ़ोतरी के कारण है।
हालांकि, तेज टैरिफ बढ़ोतरी के परिणामस्वरूप, सितंबर 2024 में उद्योग का ग्राहक आधार 115 करोड़ हो गया है जो सितंबर 2019 के स्तर 117 करोड़ से कम है।
टेलीकॉम कंपनियों में भारती एयरटेल टैरिफ बढ़ोतरी का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है। इस दौरान कंपनी के एआरपीयू में 2.2 गुना की वृद्धि हुई है। यह बीते पांच वर्ष में 17 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ा है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "हमारा मानना है कि डेटा सब्सक्रिप्शन अनुपात में मजबूत सुधार होना भारती एयरटेल का एआरपीयू बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक रहा है।"
2019-2024 की रिपोर्टिंग अवधि में, भारती एयरटेल की आय में 2.6 गुना वृद्धि हुई है, जिसका अर्थ है बीते पांच वर्षों में कंपनी की आय 21 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ी है।
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