iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से पता चलता है कि जून में राष्ट्रीय स्तर पर सीधे दीर्घकालीन औसत (एलपीए) की तुलना में दक्षिण पश्चिम मानसून की बारिश 11 प्रतिशत कम हुई थी मगर चालू माह (जुलाई) के आरंभिक 7 दिनों में 39 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक 7 जुलाई तक देश के 85 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र में सामान्य या इससे अधिक बारिश हुई। 1 से 7 जुलाई के दौरान देश में 78.4 मि०मी० वर्षा दर्ज की गई जबकि सामान्य औसत 56.3 मि०मी० ही आंका गया था।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान देश के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर मौसम उपखंडों में सर्वाधिक 241.5 मि०मी० बारिश हुई जो सामान्य औसत स्तर 97.4 मि०मी० से 148 प्रतिशत अधिक रही।
इस मौसम उपखण्ड में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड एवं आसाम के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रान्त शामिल हैं। ध्यान देने की बात है कि बंगाल, बिहार, आसाम, मेघालय एवं मणिपुर जैसे राज्यों में तो अधिशेष बारिश हुई मगर झारखंड तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र के कुछ राज्यों में सामान्य से कम या बहुत कम वर्षा दर्ज की गई। झारखंड के अधिकांश जिलों में बारिश का भारी अभाव महसूस किया जा रहा है।
इसी तरह उड़ीसा एवं छत्तीसगढ़ में भी वर्षा की कमी देखी जा रही है देश के पश्चिमोत्तर भाग में 72.9 मि०मी० वर्षा हुई जो सामान्य औसत 35.6 मि०मी० से 105 प्रतिशत अधिक है।
इस क्षेत्र में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू कश्मीर शामिल है। गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं गोवा में भी अच्छी बारिश हुई है।