iGrain India - नई दिल्ली । गैर बासमती चावल के निर्यात बासमती चावल के निर्यात में शानदार बढ़ोत्तरी का सिलसिला जारी है। पश्चिम एशिया के देशों और खासकर सऊदी अरब एवं इराक की जबरदस्त मांग के कारण चालू वित्त वर्ष के आरंभिक दो महीनों में यानी अप्रैल-मई 2024 के दौरान बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 9.65 लाख टन पर पहुंच गया जो पिछले साल के इन्हीं महीनों के शिपमेंट 8.30 लाख टन से 16 प्रतिशत अधिक रहा।
इसी तरह समीक्षाधीन अवधि के दौरान इसकी निर्यात आमदनी भी 91.70 करोड़ डॉलर से 13 प्रतिशत बढ़कर 1.03 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच गई। इस अवधि में सऊदी अरब भारतीय बासमती चावल का सबसे बड़ा खरीदार रहा जहां इसका आयात 1.54 लाख टन से 41 प्रतिशत उछलकर 2.18 लाख टन पर पहुंचा।
इसके फलस्वरूप निर्यात आय भी 17.70 करोड़ डॉलर से 38 प्रतिशत बढ़कर 24.40 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। इसी तरह इराक में भारतीय बासमती चावल का निर्यात 27 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 1.57 लाख टन पर पहुंचा जिससे निर्यात आय भी 13.084 करोड़ डॉलर से 23 प्रतिशत बढ़कर 16.172 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई।
सऊदी अरब के बाद इराक भारतीय बासमती चावल का दूसरा सबसे प्रमुख आयातक देश रहा। इसके बाद ईरान तीसरे नम्बर पर रहा लेकिन वहां बासमती चावल का निर्यात गत वर्ष के 1.53 लाख टन से 24 प्रतिशत घटकर इस बार 1.16 लाख टन पर अटक गया।
अमरीका में इसका निर्यात 43 प्रतिशत बढ़कर 46,565 टन पर पहुंचा और निर्यात आमदनी भी 45 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। बासमती चावल के आयात में वह चौथे नम्बर पर रहा।