iGrain India - सस्काटून (भारती एग्री एप्प)। कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य- सस्कैचवान में 25 जून से 1 जुलाई वाले सप्ताह के दौरान मौसम एवं वर्षा की स्थिति अनुकूल रहने से विभिन्न फसलों का सामान्य विकास देखा गया। फसलों की बिजाई पूरी हो चुकी है और अब वह प्रगति के विभिन्न चरण से गुजर रही है।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान राज्य के कई भागों में दूर-दूर तक बारिश हुई। कुछ क्षेत्रों में अत्यन्त भारी वर्षा के साथ ओलावृष्टि भी हुई।
जोरदार वर्षा के कारण कुछ निचले स्तर में पानी भर गया है जिससे फसलों को नुकसान होने की आशंका है। दूसरी ओर राज्य के कुछ अन्य क्षेत्रों में बारिश कम हुई है और वहां आगामी समय में वर्षा की जरूरत पड़ सकती है।
लेकिन मौसम ठंडा और नम होने से फसलों के विकास की गति कुछ क्षेत्रों में सामान्य से धीमी देखी जा रही है। आगामी सप्ताहों में यदि मौसम शुष्क एवं गर्म न ही रहा तो औसत उपज दर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
सस्कैचवान प्रान्त में गेहूं, कैनोला, मसूर एवं मटर आदि जिंसों का सर्वाधिक उत्पादन होता है और अधिशेष उत्पादन के कारण वहां से विशाल मात्रा में इसका निर्यात किया जाता है।
भारत में कनाडा से मसूर एवं पीली मटर का आयात हो रहा है। सस्कैचवान प्रान्त में अनेक क्षेत्रों में सप्ताह के दौरान 100 से 145 मि०मी० तक की भारी वर्षा दर्ज की गई।
इसके तहत गुडइव में 143 मि०मी० आईटुना में 135 मि०मी० बिग्गार में 120 मि०मी० रोजराउन में 130 मि०मी०, सीमन्स में 112 मि०मी० तथा स्माइली एरिया में 108 मि०मी० बारिश हुई। राज्य में खेतों की मिटी में नमी का स्तर 14 प्रतिशत में अधिशेष, 80 प्रतिशत में पर्याप्त एवं 6 प्रतिशत में कम आंका गया।
अधिशेष नमी वाले क्षेत्र में फसलों पर खतरा बरकऱार है जबकि कम नमी वाले इलाकों में आगे बारिश होने की उम्मीद है। इससे प्रांतीय स्तर पर कुल कृषि उत्पादन गत वर्ष से बेहतर होने के आसार हैं।