iGrain India - नई दिल्ली (भारती एग्री एप्प)। हालांकि चालू वर्ष के दौरान पिछले सप्ताह तक राष्ट्रीय स्तर पर खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 378.72 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 331.90 लाख हेक्टेयर से करीब 14 प्रतिशत अधिक है लेकिन देश के कुछ राज्यों में अत्यन्त मूसलाधार बारिश होने, खेतों में पानी भर जाने तथा कहीं-कहीं भयंकर बाढ़ आने से फसलों की बिजाई प्रभावित होने की आशंका है।
ध्यान देने की बात है कि खेतों में जल जमाव होने से धान की रोपाई में तो सहायता मिलेगी मगर दलहन, तिलहन, मोटे अनाज एवं कपास का बिजाई संभव नहीं हो पाएगी। जिन इलाकों में भारी वर्षा नहीं हुई है और खेतों की मिटटी में नमी का सामान्य अंश मौजूद है वहां खरीफ फसलों की बिजाई तेजी से हो रही है।
पिछले साल की तुलना में इस बार किसान धान, दलहन एवं तिलहन फसलों की खेती में जबरदस्त उत्साह दिखा रहे हैं जिसने अरहर, उड़द एवं सोयाबीन के बिजाई क्षेत्र में भारी बढ़ोत्तरी हुई है।
मोटे अनाजों में भी मक्का का क्षेत्रफल काफी आगे चल रहा है मगर बाजरा की बिजाई पिछड़ रही है। अरहर का उत्पादन क्षेत्र 4.09 लाख हेक्टेयर से पांच गुणा उछलकर 20.82 लाख हेक्टेयर तथा दलहनों का कुल बिजाई क्षेत्र 23.78 लाख हेक्टेयर से 55 प्रतिशत बढ़कर 36.81 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र एवं उत्तराखंड में बढ़ एवं जल जमाव का गंभीर संकट पैदा हो रहा है जबकि आसाम तो पहले से ही इसकी चपेट में है। जुलाई में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।