iGrain India - नई दिल्ली । फ्लोर मिलर्स / प्रोसेसर्स की जोरदार मांग को देखते हुए सरकार ने अंततः खुले बाजार बिक्री योजना को द्बारा आरंभ करने का निर्णय ले लिया।
गेहूं का रिजर्व मूल्य 2300 रुपए एवं 2325 रुपए प्रति क्विंटल तथा चावल का 2800 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है।
किराया भाड़ा अतिरिक्त होने के कारण इस बार गेहूं का दाम समूचे देश में एक समान नहीं होगा। अगस्त 2024 से यह योजना दोबारा आरंभ होने की उम्मीद है।
गेहूं का कितना स्टॉक उतारा जाएगा- इसका निर्णय भी जल्दी होने वाला है। भारतीय खाद्य निगम इसका आंकलन पहले ही कर चुका है।
पूरे वर्ष के लिए विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत वितरण के वास्ते 184 लाख टन गेहूं की आवश्यकता पड़ती है। 1 अप्रैल को केन्द्रीय पूल में कम से कम करीब 75 लाख टन गेहूं का स्टॉक होना जरुरी है।
खाद्य निगम के पास 282.60 लाख टन गेहूं एवं 485 लाख टन चावल (जिसमें 237 लाख टन चावल के समतुल्य धान भी शामिल है। का स्टॉक मौजूद है।
इन आंकड़ों को देखते हुए लगता है कि ओएमएसएस में उतारने के लिए खाद्य निगम के पास गेहूं का विशाल स्टॉक उपलब्ध नहीं रहेगा जबकि इसका दाम भी ख़रीदारों के लिए ऊंचा रहेगा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि आगामी महीनों के दौरान गेहूं की मांग एवं खपत में अच्छी बढ़ोत्तरी होने वाली है जबकि इसकी आपूर्ति का ऑफ सीजन भी शुरू होने वाला है।
जनवरी से मार्च के दौरान अक्सर गेहूं का बाजार भाव ऊंचा एवं तेज हो जाता है। उस समय कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को गेहूं का अच्छा-खासा स्टॉक रखना पड़ेगा।