🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

बिजाई क्षेत्र में वृद्धि एवं मौसम की अनुकूल स्थिति से गन्ना की पैदावार बेहतर होने के आसार

प्रकाशित 18/07/2024, 10:50 pm
बिजाई क्षेत्र में वृद्धि एवं मौसम की अनुकूल स्थिति से गन्ना की पैदावार बेहतर होने के आसार

iGrain India - नई दिल्ली । उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में अच्छी बढ़ोत्तरी होने तथा सही समय पर बकाया राशि का भुगतान प्राप्त होने से उत्साहित भारतीय किसानों ने एक बार फिर गन्ना का उत्पादन क्षेत्र बढ़ाने का सफल प्रयास किया है।

इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून की अच्छी वर्षा का सहारा भी किसानों को मिल रहा है और फसल की हालत अच्छी बताई जा रही है। बिजाई क्षेत्र में वृद्धि एवं मौसम-वर्षा की अनुकूल स्थिति के कारण गन्ना की पैदावार में वृद्धि होने की उम्मीद है जिससे चीनी मिलों को अधिक मात्रा में कच्चा माल प्राप्त हो सकेगा। 

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू वर्ष के दौरान 15 जुलाई तक राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना का उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 57.68 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो वर्ष 2023 की इसी अवधि के बिजाई क्षेत्र 56.86 लाख हेक्टेयर से 82 हजार हेक्टेयर ज्यादा है।

इससे पूर्व गन्ना का क्षेत्रफल  वर्ष 2022 में 53.31 लाख हेक्टेयर तथा वर्ष 2021 में 53.70 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया था। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि गन्ना की खेती में किसानों का उत्साह एवं आकर्षण न केवल बरकरार है बल्कि बढ़ भी रहा है। 

गन्ना के तीन प्रमुख उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक शामिल है। महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में इस बार मानसून की काफी अच्छी बारिश हुई है जिससे गन्ना की औसत उपज दर तथा गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर में सुधार आने के आसार हैं।

जहां तक  सबसे प्रमुख गन्ना उत्पादक प्रान्त-उत्तर प्रदेश का सवाल है तो वहां वर्षा अपेक्षाकृत कम हुई है और कई इलाकों में भयंकर बाढ़ का प्रकोप भी देखा जा रहा है क्योंकि नेपाल से विभिन्न नदियों में काफी पानी छोड़ा गया है।

इससे फसल को कुछ नुकसान हो सकता है। गन्ना के अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों में गुजरात, तमिलनाडु, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश, हरियाणा एवं उत्तराखंड आदि शामिल हैं। अक्टूबर से नया क्रशिंग सीजन आरंभ होगा। 

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित