iGrain India - आवक घटने एवं मांग सामान्य रहने से सरसों के दाम में सीमित सुधार
नई दिल्ली । किसानों द्वारा स्टॉक को धीमी गति से मंडियों में उतारने तथा व्यापारियों / मिलर्स की मांग सामान्य रहने से 12-18 जुलाई वाले सप्ताह के दौरान सरसों के दाम में 50-100 रुपए प्रति क्विंटल का सुधार दर्ज किया गया। खाद्य तेल-तिलहन बाजार में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया।
42% कंडीशंस सरसों
42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का दाम दिल्ली में 5950 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा जबकि जयपुर में 50 रुपए सुधरकर 6100/6125 रुपए प्रति क्विंटल हो गया।
गुजरात / हरियाणा
लूज सरसों का भाव गुजरात की डीसा एवं धनेरा मंडी में 200 रुपए तेज होकर 5250/5500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। हरियाणा के आदमपुर में 54 रुपए एवं बरवाला में 75 रुपये का सुधार रहा मगर हिसार में 100 रुपए की नरमी रही। चरखी दादरी के भाव स्थिर रहा मगर सिरसा में 100 रुपए बढ़कर 5400/5700 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश की मंडियां शांत रही और वहां मुरैना, पोरसा तथा ग्वालियर में सरसों का दाम पिछले स्तर पर स्थिर रहा। उत्तर प्रदेश की हापुड़ एवं आगरा मंडी में सरसों का दाम 25 रुपए गिरकर क्रमश: 6075 रुपए प्रति क्विंटल एवं 6300/6475 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
राजस्थान
सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान की मंडियों में सरसों की कीमतों में उतार चढ़ाव देखा गया। वहां इसका दाम गंगानगर में 100 रुपए बढ़कर 5600 रुपए प्रति क्विंटल तथा बूंदी में 225 रुपए उछलकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा जबकि अन्य मंडियों में भाव या तो पुराने स्तर पर स्थिर रहा या 50-70 रुपए प्रति क्विंटल नरम पड़ गया।
आवक
राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की आवक 12 जुलाई को 3.75 लाख बोरी, 17 जुलाई को 2. 50 लाख बोरी तथा 18 जुलाई को 3.25 लाख बोरी दर्ज की गई। सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है। किसानों के पास अभी सरसों का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है मगर मंडी भाव सरकारी समर्थन मूल्य से नीचे होने के कारण वे अपना स्टॉक उतारने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखा रहे हैं। नैफेड के पास भी सरसों का भारी भरकम स्टॉक मौजूद है।
सरसों तेल
सरसों तेल का भाव कमजोर पड़ गया। खैरथल, भरतपुर एवं अलवर में कच्ची घानी सरसों तेल के दाम में 20-20 रुपए प्रति 10 किलो की गिरावट दर्ज की गई।