iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने देश भर की मिलों के अगस्त माह के दौरान घरेलू प्रभाग में बेचने के लिए महज 22 लाख टन चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा आवंटित किया है जो जुलाई के लिए घोषित कोटा 24 लाख टन से 2 लाख टन या 8.3 प्रतिशत तथा अगस्त 2023 के लिए नियत कोटा 33.50 लाख टन से 1.50 लाख टन या 6.4 प्रतिशत कम है।
रक्षाबंधन एवं जन्माष्टमी जैसे त्यौहारों को देखते हुए अगस्त में चीनी की मांग एवं खपत बढ़ने की उम्मीद है जबकि कोटा उम्मीद से कम आने के कारण मिलर्स को जल्दबाजी में दाम घटाकर अपना स्टॉक बेचने के लिए विवश नहीं होना पड़ेगा।
ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार की सोच संभवत: यह है कि अगस्त में दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने चरण पर होगा जिससे चीनी की मांग ज्यादा नहीं बढ़ेगी। सरकार ने चीनी मिलों को स्टॉक धारण नियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है।
खाद्य विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि कुछ इकाइयों / समूहों द्वारा नियमों का ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है। चीनी निदेशालय द्वारा जारी मासिक स्टॉक धारण सीमा आदेश के जरिए निर्धारित मात्रा में चीनी की स्टॉक धारण सीमा को बरकरार रखने पर मिलें ध्यान नहीं दे रही हैं जबकि निदेशालय बार-बार इसका निर्देश देता रहा है।
स्वदेशी उद्योग के पास चीनी का विशाल अधिशेष स्टॉक मौजूद है जबकि दो माह के बाद इसके उत्पादन का नया मार्केटिंग सीजन आरंभ होने वाला है।
सरकार चीनी की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए इसकी कीमतों को नियंत्रण में रखने का प्रयास कर रही है।
इसके लिए पिछले एक साल से अधिक समय से चीनी के व्यावसायिक निर्यात पर प्रतिबंध लगा हुआ है। फिलहाल निर्यात खोले जाने की संभावना भी नहीं है।
इस बीच केन्द्रीय खाद्य सचिव ने कहा है कि चीनी के एक्स फैक्टरी न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोत्तरी करने के प्रस्ताव पर अगले कुछ दिनों में विचार किया जा सकता है। चीनी का भाव आगामी दिनों में मजबूत रह सकता है।