नई दिल्ली, 13 जनवरी (आईएएनएस)। आईपीओ लाने की तैयारी कर रही बी2बी सेगमेंट की सीफूड कंपनी कैप्टन फ्रेश को वित्त वर्ष 24 में 229 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कंपनी के नुकसान में सालाना आधार पर 340 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 23 में यह 52 करोड़ रुपये था। कंपनी का नुकसान बढ़ने की वजह कुल खर्च में बढ़ोतरी होना है। वित्त वर्ष 24 में यह सालाना आधार पर 44.8 प्रतिशत बढ़कर 1,648 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 1,138 करोड़ रुपये था।
कंपनी के खर्च में सबसे बड़ी हिस्सेदारी 79.55 प्रतिशत सामग्री लागत की है। वित्त वर्ष 24 में यह 72.5 प्रतिशत बढ़कर 1,311 करोड़ रुपये हो गई है।
कंपनी का वित्त वर्ष 24 में कर्मचारी खर्च सालाना आधार पर 32.45 प्रतिशत घटकर 81.6 करोड़ रुपये हो गया है। लीगल खर्च सालाना आधार पर 30.56 प्रतिशत बढ़कर 47 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त वर्ष 24 में कंपनी का ट्रांसपोर्टेशन खर्च सालाना आधार पर 24 प्रतिशत गिरकर 38 करोड़ रुपये हो गया है। अन्य खर्च 170.4 करोड़ रुपये पर स्थिर बने हुए हैं।
वित्त वर्ष 24 में कैप्टन फ्रेश की परिचालन आय सालाना आधार पर 70.7 प्रतिशत बढ़कर 1,395 करोड़ रुपये रही है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 817 करोड़ रुपये थी।
इसमें से 99.28 प्रतिशत या 1,385 करोड़ रुपये की आय उत्पादों की बिक्री से आई है। वहीं, सेवाओं की बिक्री से 1.3 करोड़ रुपये और अन्य मदों से 8.7 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई है।
ब्याज से प्राप्त हुई 27 करोड़ रुपये की आय को भी अगर मिला दिया जाए तो वित्त वर्ष 24 में कैप्टन फ्रेश की सकल आय 1,422 करोड़ रुपये रही है।
वित्त वर्ष 24 में नुकसान में रहने के कारण कंपनी का आरओसीई और एबिटा मार्जिन (-) 22.95 प्रतिशत और (-)12.10 प्रतिशत पर बना हुआ है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में एक रुपये की आय अर्जित करने के लिए 1.18 रुपये खर्च किए थे।
वित्त वर्ष 24 में कंपनी की करंट एसेट्स 1,804 करोड़ रुपये थी और इसमें 148 करोड़ रुपये का कैश और बैंक बैलेंस भी शामिल है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी आईपीओ की तैयारी कर रही है। हाल ही में प्री-आईपीओ फंडिंग के तहत 100 करोड़ रुपये मोतीलाल ओसवाल ग्रुप से जुटाए हैं। कंपनी ने एक्सिस कैपिटल और बीओएफए को आईपोओ के लिए बैंकर नियुक्त किया है।
कैप्टन फ्रेश ने अब तक कुल 176 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है, जिसमें मैट्रिक्स पार्टनर्स, टाइगर ग्लोबल, एक्सेल, प्रोसस और अंकुर कैपिटल इसके प्रमुख निवेशक हैं।
--आईएएनएस
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