iGrain India - सोरिसो । लैटिन अमरीकी देश - ब्राजील के मध्यवर्ती क्षेत्र में लम्बे समय से मौसम शुष्क बना हुआ है और निकट भविष्य में सूखे का संकट दूर होने की संभावना नहीं है।
ब्राजील की राष्ट्रीय मौसम सेवा (इनमेट) ने चालू सप्ताह के दौरान सूखे की स्थिति बरकरार रहने का अलर्ट जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि मध्यवर्ती ब्राजील में अंतिम बार अच्छी वर्षा अप्रैल के तीसरे सप्ताह में हुई थी। वहां आद्रता भी घटकर 12 से 20 प्रतिशत के बीच रह गई है।
इससे न केवल कुछ कृषि एवं बागानी फसलों को नुकसान होने की आशंका है बल्कि जंगलों में आग लगने की संभावना भी बढ़ गई है।
मौसम विभाग ने जिन राज्यों के लिए सूखे के माहौल का अलर्ट जारी किया है उसमें उत्तरी पराना से उत्तर दिशा की ओर बढ़ते हुए साओ पाउलो, माटो ग्रोसों डो सूल, गोईआस, रोंडोनिया तथा माटो ग्रोसों जैसे शीर्ष उत्पादक प्रान्त भी शामिल हैं।
इसी तरह पूर्वी अमेजन क्षेत्र में भी 20 प्रतिशत तक की कम आद्रता वाले इलाके के तहत अलर्ट में रखा गया है। मौसम विभाग के अनुसार मध्यवर्ती ब्राजील में जुलाई माह के दौरान बारिश नहीं हुई जबकि तापमान सामान्य स्तर से ऊंचा बना रहा। इससे खेतों की मिटटी पूरी तरह सूख गई है।
साओ पाउलो ब्राजील में गन्ना एवं चीनी का सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त है। वहां भयंकर गर्मी एवं बारिश की कमी से गन्ना की फसल को नुकसान की आशंका बढ़ती जा रही है।
हालांकि आमतौर पर मध्य ब्राजील में मई से अगस्त के दौरान मौसम शुष्क एवं गर्म रहता है लेकिन इस बार स्थिति कुछ ज्यादा खराब दिख रही है। तापमान सामान्य से काफी ऊंचा है जबकि बारिश सामान्य से बहुत कम हुई है।
सितम्बर से वहां सोयाबीन एवं मक्का की जोरदार खेती आरंभ होने वाली हैं। यदि अगस्त का महीना सूखा और गर्म रहा तो किसानों को अगैती बिजाई के लिए कठिन संघर्ष करना पड़ सकता है।
ब्राजील के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त- माटो ग्रोसो में किसानों को इस बार 15 सितम्बर के बजाए 1 सितम्बर से ही सोयाबीन की बिजाई करने की अनुमति मिल गई है जबकि वहां सफरीन्हा मक्का की फसल काटी जा रही है। अगस्त की वर्षा वहां अगली फसलों की बिजाई के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण साबित होगी।