iGrain India - मुम्बई । दाल-दलहन क्षेत्र की अग्रणी व्यापारिक संस्था- इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) ने कनाडा में पीली मटर का उत्पादन 2023-24 सीजन के 22.60 लाख टन से 17.2 प्रतिशत बढ़कर 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में 26.50 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।
एसोसिएशन के मुताबिक उत्पादन में वृद्धि होने से कनाडा में पीली मटर की कुछ आपूर्ति एवं उपलब्धता तो बढ़ेगी मगर यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर नहीं पहुंचेगी।
दिसम्बर 2023 के प्रथम सप्ताह में भारत सरकार द्वारा पीली मटर के आयात को सभी शर्तों नियत्रणों एवं सीमा शुल्क से मुक्त किए जाने के बाद देश में कनाडा एवं रूस सहित कई अन्य देशों से इसका आयात तेजी से बढ़ने लगा।
भारत को पीली मटर की आपूर्ति में कनाडा प्रथम एवं रूस दूसरे नम्बर पर चल रहा है। इन दोनों निर्यातक देशों में मटर की नई फसल की कटाई-तैयारी पहले ही आरंभ हो चुकी है जबकि आगे इसकी रफ्तार तेज होने की उम्मीद है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार भारत में कनाडा से वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 29.767 करोड़ डॉलर मूल्य की पीली मटर मंगाई गई जबकि चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दो महीनों में यानी अप्रैल-मई 2024 के दौरान 11,698 करोड़ डॉलर मूल्य की पीली मटर का आयात किया गया।
भारत में कुल मिलाकर पिछले वित्त वर्ष में 57.542 करोड़ डॉलर तथा चालू वित्त वर्ष के आरंभिक दो महीनों में 33,291 करोड़ डॉलर मूल्य की पीली मटर का आयात किया गया।
पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की अवधि अक्टूबर 2024 तक बढ़ा दी गई है जबकि उसके बाद भी इसे शुल्क मुक्त रखने के संकेत दिए जा रहे हैं।
नवम्बर 2017 में पीली मटर पर 50 प्रतिशत का बुनियादी आयात शुल्क लागू किया गया था और बाद में इस पर कुछ कठोर शर्तें भी लागू कर दी गई थीं। इसके फलस्वरूप लगभग 6 साल तक इसका आयत बंद रहा।
एक अग्रणी विश्लेषक के मुताबिक वर्तमान समय में करीब 240-250 लाख टन दलहन की औसत सालाना घरेलू खपत होती है जबकि वर्ष 2030 तक यह मात्रा उछलकर 400 लाख टन तक पहुंच जाने की संभावना है।
यदि इस बीच घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए जोरदार प्रयास नहीं किया गया तो दलहनों का वार्षिक आयात बढ़कर 80 लाख टन से ऊपर पहुंच सकता है।