iGrain India - नई दिल्ली । आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि खुदरा खाद्य महंगाई की दर जून के 9.36 प्रतिशत से घटकर जुलाई 2024 में 5.42 प्रतिशत पर आ गई जिसका प्रमुख कारण आधार का प्रभाव है।
ध्यान देने की बात है कि जुलाई में भी दलहनों एवं अनाजों का दाम काफी ऊंचे स्तर पर बरकरार रहा लेकिन कुछ जिंसों का भाव अत्यन्त ऊंचे स्तर से गिरकर कुछ नीचे आ गया।
जुलाई 2024 में उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक 2.81 प्रतिशत बढ़ गया। उल्लेखनीय है कि जुलाई 2023 में खाद्य महंगाई दर जून 2023 की तुलना में 4.49 प्रतिशत बिंदु की बढ़ोत्तरी के साथ 11.51 प्रतिशत की ऊंचाई पर पहुंच गई थी।
विश्लेषकों के अनुसार खाद्य महंगाई में आई इस गिरावट में सब्जियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। जून में इसकी महंगाई दर उछलकर 29.3 प्रतिशत हो गई थी जबकि जुलाई में यह घटकर 6.8 प्रतिशत रह गई।
वैसे जुलाई 2024 के दौरान सब्जियों के दाम में 14 प्रतिशत का इजाफा हुआ जबकि जून में भी इतनी ही बढ़ोत्तरी हुई थी।
गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष जुलाई में आलू तथा प्याज का भाव क्रमश: 65.64 प्रतिशत एवं 60.54 प्रतिशत ऊंचा रहा। जहां तक टमाटर का सवाल है तो जुलाई 2023 में इसका भाव 202 प्रतिशत उछला था मगर इस वर्ष 42.91 प्रतिशत घट गया।
दलहनों में महंगाई दर जून में 16.07 प्रतिशत थी जो जुलाई में 14.77 प्रतिशत दर्ज की गई। इसके तहत तुवर के दाम में सर्वाधिक 22.52 प्रतिशत का इजाफा हुआ जबकि चना दाल में 20.55 प्रतिशत एवं मूंग में 7.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
अनाजों का दाम 8.14 प्रतिशत ऊंचा रहा जिसमें मुख्यत: चावल एवं गेहूं का योगदान था। रिफाइंड खाद्य तेल में 4.79 प्रतिशत की नरमी रही जबकि खाद्य तेलों में कुल महंगाई दर भी 1.17 प्रतिशत घट गई। जून की तुलना में मसालों का दाम भी जुलाई में कम बढ़ा।