iGrain India - नई दिल्ली । चालू वर्ष के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून भारत पर काफी मेहरबान रहा है और देश के विभिन्न भागों में अच्छी वर्षा होने से खरीफ फसलों की बिजाई की रफ्तार तेज देखी जा रही है।
अगस्त के शुरूआती 15 दिनों में सामान्य औसत के सापेक्ष 15 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार इस बार दीर्घकालीन औसत (एलपीए) के मुकाबले देश में 105 प्रतिशत वर्षा होने तथा अगस्त के अंत तक ला नीना मौसम चक्र की सक्रियता शुरू हो जाने की उम्मीद है। ला नीना को मानसून का हितैषी माना जाता है।
मौसम विभाग के मुताबिक 1-15 अगस्त के दौरान देश में 153 मि०मी० बारिश हुई जो सामान्य औसत स्तर 133.3 मि०मी० से करीब 15 प्रतिशत अधिक रही।
इसके साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान मानसून सीजन में 1 जून से 15 अगस्त के बीच सामान्य औसत के सापेक्ष 105 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई।
ज्ञात हो कि वह बारिश जून से 11 प्रतिशत कम हुई थी जबकि जुलाई में 9 प्रतिशत ज्यादा हुई थी। 1 जून से 15 अगस्त के बीच देश में 606.8 मि०मी० वर्षा हुई जो सामान्य औसत 579.1 मि०मी० से 4.8 प्रतिशत अधिक रही।
मौसम विभाग ने चालू मानसून सीजन के दौरान देश के अधिकांश इलाकों में सामान्य वर्षा होने का अनुमान लगाया है लेकिन मध्यवर्ती मौसम उपखण्ड के कई दक्षिणी भागों और उससे सटे उत्तरी प्रायद्वीपीय क्षेत्र, पूर्वी एवं पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिमोत्तर भारत के कुछ इलाकों में बारिश कम होने की संभावना व्यक्त की है।
नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त के प्रथम पखवाड़े के दौरान देश के पूर्वी तथा पूर्वोत्तर मौसम उपखण्ड में 198.6 मि०मी० वर्षा हुई जो सामान्य औसत 163.6 मिमी से 21.4 प्रतिशत अधिक है।
इस उपखण्ड में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, आसाम एवं पूर्वोत्तर राज्य शामिल हैं। पहले वहां कम बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई थी।