iGrain India - सीमित मांग एवं धीमे कारोबार से चीनी का भाव कुछ नरम
नई दिल्ली । उद्योग संगठनों की जोरदार मांग के बावजूद सरकार द्वारा चीनी के निर्यात की अनुमति देने से इंकार करने, एक्सफैक्ट्री न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) में इजाफा करने के सम्बन्ध में कोई निर्णय नहीं लेने तथा उद्योग के पास विशाल स्टॉक मौजूद होने के कारण घरेलू बाजार पर दबाव बना हुआ है। हालांकि अगस्त माह के लिए केवल 22 लाख टन चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा जारी हुआ है जो जुलाई के 24 लाख टन तथा अगस्त 2023 के 23.50 लाख टन से कम है है। कम कोटा आने से चीनी के दाम में मजबूती का माहौल बनने की उम्मीद थी।
मिल डिलीवरी भाव
10 से 16 अगस्त वाले सप्ताह के दौरान चीनी का मिल डिलीवरी भाव पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में 10-10 रुपए, बिहार में 20 रुपए तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 60 रुपए प्रति क्विंटल नीचे आ गया जबकि पंजाब में 10 रुपए सुधर गया। गुजरात में भी चीनी के मिल डिलीवरी मूल्य में 10-20 रुपए की गिरावट दर्ज की गई।
हाजिर भाव
हालांकि चीनी का हाजिर बाजार भाव दिल्ली में 4240/4260 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर बरकरार रहा मगर इंदौर में 20 रुपए गिरकर 3950/4050 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 10-50 रुपए घटकर 3970/4050 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
मुम्बई
मुम्बई (वाशी) मार्केट में चीनी का दाम 3760/3960 रुपए प्रति क्विंटल तथा नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य 3710/3910 रुपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर पर स्थिर रहा मगर महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में 5 से 25 रुपए प्रति क्विंटल तथा कर्नाटक में 10 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी दर्ज की गई। कोलकाता में हाजिर भाव लगभग स्थिर रहा।
बिजाई
गन्ना के बिजाई क्षेत्र के बारे में कृषि मंत्रालय एवं इस्मा के अलग-अलग आंकड़े सामने आ रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में बाढ़-वर्ष से फसल को नुकसान हुआ है। गन्ना की क्रशिंग अक्टूबर से आरंभ होगी और उस पर उद्योग के पास चीनी का विशाल स्टॉक उपलब्ध रहेगा।