iGrain India - ऑफ सीजन के कारण धान-चावल की आवक कम- कीमतों में उतार-चढ़ाव
नई दिल्ली। खरीफ कालीन धान का क्षेत्रफल गत वर्ष से आगे चल रहा है और मानसून की अच्छी बारिश से फसल की हालत भी बेहतर बताई जा रही है। नई फसल की कटाई-तैयारी अक्टूबर में आरंभ होगी। इस बीच उत्तर प्रदेश में 1509 बासमती धान के नए माल की आवक हो रही है मगर इसमें नमी का अंश ज्यादा होने से इसका भाव नीचे चल रहा है।
दिल्ली
8 से 14 अगस्त वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में 1509 हैण्ड धान का दाम 15 रुपए फिसलकर 2340 रुपए प्रति क्विंटल तथा 1718 का भाव 400 रुपए लुढ़ककर 3600 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। उधर छत्तीसगढ़ की भाटापाड़ा मंडी में एचएमटी एवं श्रीराम धान की कीमत 100-100 रुपए सुधर गई क्योंकि इसमें मिलर्स की अच्छी मांग देखी गई। राजिम मंडी में भी स्वर्ण धान 80 रुपए तेज हो गया।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश की जहांगीरबाद में 1509 धान का दाम 150 रुपए बढ़कर 2000/2500 रूए प्रति क्विंटल हो गया जबकि शाहजहांपुर में 1121 एवं पीआर 13 धान का भाव 100-100 रुपए गिरकर क्रमश: 3000/3100 रुपए तथा 1600/1800 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। खैर मंडी में 1509 धान का मूल्य 200 रुपए बढ़कर 2000/2500 रुपए पहुंचा। अब 1509 धान की खरीद में मिलर्स एवं निर्यातकों की दिलचस्पी बढ़ने लगी है। वहां आवक भी 10000 बोरी से घटकर अब 2000 बोरी पर आ गई है।
हरियाणा
हरियाणा की तरावड़ी मंडी में 1509 धान का दाम 150 रुपए घटकर 2350 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। मंडी में धान की कुल आवक में बढ़ोत्तरी हो रही है। राजस्थान की बूंदी में तो 1509 का भाव 400 रुपए लुढ़ककर 1800/1900 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो सुस्त कारोबार के साथ अधिकांश मंडियों में इसका भाव स्थिर बना रहा लेकिन दिल्ली के नया बाजार में इसमें 100 से 300 रुपए तक की गिरावट आई। 1718 स्टीम चावल का दाम तो सुधरकर 7600/8000 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा लेकिन 1401 स्टीम का भाव 300 रुपए घटकर 7400 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। बासमती चावल का निर्यात प्रदर्शन पिछले महीने तक बेहतर रहा। निर्यातकों को कंटेनरों का किराया-भाड़ा घटने से चावल के निर्यात में कुछ राहत मिलेगी। सरकार ने न्यूनतम निर्यात मूल्य में अभी तक कटौती नहीं की है।