🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

दलहनों के बिजाई क्षेत्र में 6.50 लाख हेक्टेयर की वृद्धि से उत्पादन बढ़ने के आसार

प्रकाशित 21/08/2024, 06:39 pm
दलहनों के बिजाई क्षेत्र में 6.50 लाख हेक्टेयर की वृद्धि से उत्पादन बढ़ने के आसार
USD/IDR
-

iGrain India - नई दिल्ली । पिछले साल के मुकाबले चालू खरीफ सीजन के दौरान दलहन फसलों और खासकर अरहर (तुवर) एवं मूंग के बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है और मौसम तथा मानसून की हालत भी काफी हद तक अनुकूल है जिससे फसलों का बेहतर ढंग से विकास हो रहा है।

महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं गुजरात जैसे शीर्ष दलहन उत्पादक राज्यों में इस बार मानसून की अच्छी बारिश हुई है और ऊंचे बाजार भाव के कारण किसानों को पिछली फसल से शानदार आमदनी भी प्राप्त हुई जिससे दलहनों की खेती के प्रति उसका उत्साह एवं आकर्षण बढ़ गया। 

लेकिन हैरत की बात यह है कि उड़द का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष से करीब 1.20 लाख हेक्टेयर पीछे चल रहा है जबकि इसका मंडी भाव सरकारी समर्थन मूल्य से काफी ऊंचा है और इससे किसानों को अच्छी आमदनी भी हासिल हो रही है। सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- मध्य प्रदेश में उड़द के बिजाई क्षेत्र और मौसम पर सबका ध्यान केन्द्रित है। 

केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान अरहर का उत्पादन क्षेत्र 40.75 लाख हेक्टेयर से उछलकर 45.80 लाख हेक्टेयर तथा मूंग का बिजाई क्षेत्र 30.25 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 33.25 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया लेकिन उड़द का क्षेत्रफल 29.50 लाख हेक्टेयर से घटकर 28.30 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।

इसी तरह मोठ एवं कुलथी का रकबा भी गत वर्ष से कुछ पीछे चल रहा है जबकि अन्य खरीफ कालीन दलहनों का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के लगभग बराबर ही है। 

अगस्त के शेष दिनों तथा सितम्बर की पूरी अवधि में मौसम एवं मानसून की स्थिति का दलहन फसलों पर काफी प्रभाव पड़ेगा।

इसके तहत खासकर उड़द और मूंग की फसल पर ध्यान रखना आवश्यक है क्योंकि ये फसलें मौसम के प्रति ज्यादा संवेदनशील होती हैं।

इन दोनों दलहनों की अगैती नई फसल की छिटपुट कटाई-तैयारी अगले महीने से शुरू हो जाएगी। अगर प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की मूसलाधार वर्षा जारी रही तो दलहन फसलों को गंभीर क्षति पहुंच सकती है। तुवर की फसल काफी लेट से आती है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित