iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना का उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 57.68 लाख हेक्टेयर के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया जो वर्ष 2023 के बिजाई क्षेत्र 57.11 लाख हेक्टेयर से 57 हजार हेक्टेयर ज्यादा है।
इससे पूर्व गन्ना का क्षेत्रफल वर्ष 2022 में 55.32 लाख हेक्टेयर तथा 2021 में 54.52 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया था।
गन्ना के बिजाई क्षेत्र में हुई इस वृद्धि को देखते हुए आमतौर पर 2024-25 सीजन के दौरान चीनी का घरेलू उत्पादन बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है लेकिन शीर्ष उद्योग संस्था- इंडियन शुगर एंड बायो एनर्जी मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (इस्मा) ने चीनी का कुल उत्पादन 2 प्रतिशत गिरकर 333.10 लाख टन पर सिमटने का अनुमान लगाया है।
उसका कहना है कि गन्ना का वास्तविक क्षेत्रफल इस बार गत वर्ष से कम रहा है और कुछ क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा, भयंकर बाढ़ तथा लम्बे समय तक खेतों में जल जमाव के कारण फसल को नुकसान होने की आशंका भी है।
इस्मा के अनुसार चीनी के उत्पादन में कमी आने के बावजूद घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की कोई समस्या नहीं रहेगी क्योंकि 30 सितम्बर 2024 को जब वर्तमान मार्केटिंग सीजन औपचारिक तौर पर समाप्त होगा
तब स्वदेशी उद्योग के पास करीब 91 लाख टन चीनी का विशाल बकाया अधिशेष स्टॉक मौजूद रहेगा जो 2024-25 के मार्केटिंग सीजन के करीब शुरुआती साढ़े चार महीनों की घरेलू मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा।