iGrain India - नई दिल्ली । श्री राम रोलर फ्लोर मिल्स, शाहजहांपुर (यूपी) के सीएमडी, नॉर्थ इंडियन फ्लोर मिलर्स फेडरेशन के महामंत्री तथा रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के डायरेक्टर और यूपी रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन, लखनऊ के पूर्व अध्यक्ष राम चन्दर सिंघल ने प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजकर कृषि उत्पादों की मिलिंग मशीनरी पर जीएसटी की दर में की गई बढ़ोत्तरी को वापस लेने का आग्रह किया है।
पत्र में प्रधानमंत्री का ध्यान भारत में एग्री मिलिंग इंडस्ट्री की एक गंभीर चिंता की तरफ आकर्षित करते हुए कहा गया कि आटा मिलों, चावल मिलों तथा दाल मिलों में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी पर जीएसटी की दर को 5 प्रतिशत से बढाकर 18 प्रतिशत नियत किया गया है
जिससे स्वदेशी उद्योग पर भारी वित्तीय दबाव पड़ेगा। पत्र के अनुसार वर्ष 2017 में जीएसटी लागू होने से पूर्व मशीन-उपकरण पर केवल 1 प्रतिशत का वैट लगता था।
पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री स्वयं इस वास्तविकता से भली भांति अवगत हैं कि मिलिंग उद्योग खाद्यान्न की प्रोसेसिंग में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता को उचित स्तर पर बनाए रखने में पूरा योगदान देता है।
उद्योग का क्रिया कलाप फूडग्रेन प्रोसेसिंग के अंतर्गत आता है और इसलिए वर्तमान जीएसटी फ्रेमवर्क के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी (NS:ITC)) के लिए योग्य नहीं माना जाता है।
इसका मतलब है कि उद्योग को 18 प्रतिशत जीएसटी का पूरा भार सहन करना पड़ेगा। इससे गंभीर वित्तीय कठिनाई उत्पन्न होगी। जीएसटी को पुनः 5 प्रतिशत नियत किया जाए।