iGrain India - नई दिल्ली । प्रमुख भारतीय बंदरगाहों के पत्तन एवं गोदी कर्मचारियों (पोर्ट एंड डॉक वर्कर्स) के छह महासंघों के साथ बी डब्ल्यू एन सी के चेयरमैन और आईपीए के एमडी के बीच हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में आपसी सहमति का समझौता हो गया और इसके बाद महासंघों ने 28 अगस्त 2024 से प्रचलित अपनी अनिश्चित कालीन हड़ताल स्थगित कर दी।
पारिश्रमिक संरचना में संशोधन तथा अन्य सेवा शर्तों में व्यापक सुधार सहित कई अन्य मुद्दों पर दोनों पक्षों में सहमति बन गई।
ज्ञात हो कि इंडियन पोर्ट एसोसिएशन (आईपीए) के प्रबंध निदेशक ने 27 एवं 28 अगस्त 2024 को आयोजित होने वाली बी डब्ल्यू एन सी की एक मीटिंग में भाग लेने के लिए इन महासंघों को आमंत्रित किया था।
उस मीटिंग में दोनों पक्षों के बीच लम्बी बातचीत हुई और तब विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनी। इसमें पेंशन, मजदूरी तथा सेवा शर्तों का मामला भी शामिल है।
इस समझौते को फिलहाल पांच वर्षों के लिए प्रभावी बनाने का निर्णय लिया गया है जो 1 जनवरी 2022 से जो वेतन मान लागू होगा उसका फर्मूला तैयार किया जाएगा अगले वेतन संशोधन की अवधि 1 जनवरी 2027 से शुरू होगी और उसे इस तरह आगू किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी तरह की विसंगति उत्पन्न न हो।
बैठक में यह भी तय हुआ कि 1 जनवरी 2022 से 31 दिसम्बर 2026 के समझौते की संचालनीय अवधि के दौरान कार्यरत कर्मचारियों को प्रति माह 500 रुपए का विशेष भत्ता प्रदान किया जाएगा।
प्रबंधन ने आश्वस्त किया है कि बी डब्यू एन सी की प्रक्रिया समझौते के 15 दिनों के अंदर पूरी हो जाएगी और उसके बाद इसे प्रभावी बना दिया जाएगा।
छह महासंघों ने इस मामले में सही समय पर जहाज रानी (शिपिंग) मंत्री के हस्तक्षेप करने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। प्रमुख बंदरगाहों पर पत्तन एवं गोदी कर्मचारियों की हड़ताल का खतरा अब टल गया है।