iGrain India - वाशिंगटन । अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) के आंकड़ों से पता चलता है कि अमरीका में चना का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के मुकाबले इस बार 42 प्रतिशत उछलकर 5,29,900 एकड़ पर पहुंच गया।
इसमें मोटे (बड़े) दाने वाले काबुली चना का क्षेत्रफल 3,89,870 एकड़, छोटे दाने वाले काबुली चना का रकबा 1,30,022 एकड़ देसी चना का बिजाई क्षेत्र 11,839 एकड़ शामिल है।
यदि इस बार उपज दर पंचवर्षीय औसत तक पहुंचा तो अमरीका में चना का कुल उत्पादन गत वर्ष के 2,14,189 टन के दोगुने से भी ज्यादा बढ़कर 4,72,700 टन पर पहुंच सकता है। नई फसल की छिटपुट कटाई-तैयारी आरंभ हो गई है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार घरेलू उत्पादन में शानदार बढ़ोत्तरी होने से इस बार अमरीका में कनाडा से काबुली चना के आयात में काफी गिरावट आने की संभावना है। मैक्सिको से भी वहां आयात घट सकता है।
दूसरी ओर अमरीका को अपने काबुली चना के लिए निर्यात बाजार के विस्तार की आवश्यकता पड़ेगी। 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में अमरीका से 80,800 टन काबुली चना का निर्यात हुआ था जबकि 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में इसका कुल निर्यात दोगुने से ज्यादा बढ़कर 1,92,500 टन पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
अमरीका से अनेक देशों को काबुली चना का निर्यात किया जाता है। ग्लोबल पल्स कॉनफेडरेशन के पल्स एटलस डाटा से पता चलता है कि वर्ष 2023 में कनाडा से 1.50 लाख टन काबुली चना का निर्यात हुआ और 51 हजार टन की खरीद के साथ अमरीका इसका सबसे प्रमुख आयातक रहा।
दूसरे नम्बर पर तुर्की रहा जिसने 32 हजार टन का आयात किया। पाकिस्तान ने 26 हजार टन काबुली चना मंगाया और वह तीसरे स्थान पर रहा।
यदि अमरीका में कनाडा से आयात घटता है तो कनाडाई उत्पादकों एवं निर्यातकों की कठिनाई बढ़ जाएगी क्योंकि खुद अमरीका उसे वैश्विक निर्यात बाजार में गंभीर चुनौती पेश कर सकता है। अमरीका में बकाया स्टॉक भी काफी बढ़ने की उम्मीद है।