iGrain India - नए माल की आवक बढ़ने से मूंगफली में मिश्रित रुख नई दिल्ली । प्रमुख उत्पादक राज्यों- गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र की महत्वपूर्ण मंडियों में मूंगफली के नए माल की आवक बढ़ती जा रही है और दूसरी ओर इसकी सरकारी खरीद की गति भी जोर पकड़ रही है। इसके फलस्वरूप कीमतों में मिश्रित रुख देखा जा रहा है। उत्पादन मूंगफली के दाने तथा तेल की निर्यात मांग कमजोर कमजोर पड़ गई है क्योंकि चीन तथा अफ्रीकी देशों में उत्पादन बेहतर होने के संकेत मिल रहे हैं। गुजरात में इस बार 42-45 लाख टन मूंगफली का शानदार उत्पादन होने का अनुमान है जिससे आगामी समय में आपूर्ति का दबाव और भी बढ़ सकता है। आवक फिलहाल राजकोट में 15 से 30 हजार बोरी, गोंडल में 20-22 हजार बोरी तथा जूनागढ़ में 3-5 हजार बोरी मूंगफली की असुअट दैनिक आवक हो रही है जबकि भाव लगभग स्थिर बना हुआ है। भाव 20-27 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान राजस्थान के जयपुर में अच्छी लिवाली के कारण मूंगफली का दाम 500 रुपए बढ़कर 5000/5800 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर फिर भी 6783 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी नीचे रहा। उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश के झांसी में 25-30 हजार बोरी की औसत दैनिक आवक के बीच मूंगफली का भाव 4000-4400 रुपए पर स्थिर रहा लेकिन महोबा में 50 रुपए फिसलकर 3800/4350 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। मऊरानीपुर में कीमत 100 रुपए सुधर गई जबकि महाराष्ट्र के सोलापुर में 200 रुपए घट गई। दाना छिलका रहित मूंगफली के दाने का भाव आमतौर पर 200-400 रुपए प्रति क्विंटल नीचे आया मगर कहीं-कहीं इसमें 100-200 रुपए की वृद्धि भी हुई। मूंगफली तेल मूंगफली तेल (लूज) के दाम में 20 से 40 रुपए प्रति 10 किलो की तेजी आई और ब्रांडेड तेल का दाम भी 50-60 रुपए सुधर गया। फिल्टर्ड तेल में भी स्थिर या कुछ तेजी रही। मूंगफली की आवक का दबाव बढ़ने पर यदि सरकारी एजेंसी ने खरीद की रफ्तार नहीं बढ़ाई तो किसानों की कठिनाई बढ़ सकती है।