iGrain India - ब्रिसबेन। ऑस्ट्रेलिया में क्वींसलैंड के गंतव्य स्थानों तक डिलीवरी के लिए देसी चना के दाम में पिछले कुछ दिनों के दौरान 250 डॉलर प्रति टन तक की जोरदार गिरावट आ गई क्योंकि एक तो फसल की कटाई-तैयारी शुरू होने से मार्केट में नए चने की आपूर्ति का दबाव बढ़ता जा रहा है और दूसरे, भारत के आयातक इसकी खरीद में बहुत कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया को इस बार भारत से काफी उम्मीद थी मगर ऐसा दिख नहीं रहा है। भारत सरकार ने चना के आयात को मई में शुल्क मुक्त कर दिया था।
चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान क्वींसलैंड प्रान्त से दो जहाजों में नए चने के स्टॉक का शिपमेंट हुआ है दोनों जहाज पाकिस्तान के लिए रवाना किया गया है।
उस समय तक चना का दाम ऊंचे स्तर पर चल रहा था मगर अब यह घटकर ऐसे स्तर पर आ गया है जो खरीदारों को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है।
बांग्ला देश, पाकिस्तान और भारत के आयातक वर्तमान मूल्य स्तर पर ऑस्ट्रेलियाई चना की खरीद में आगे दिलचस्पी दिखा सकते हैं।
व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक भारत को नए चने का कोई जहाज भेजे जाने की खबर नहीं मिल रही है लेकिन पाकिस्तान के आयातक अभी सक्रिय हैं जिसने सितम्बर 2024 से जनवरी 2025 तक की डिलीवरी के लिए चना के सात जहाजों की बुकिंग कर रखी है।
क्वींसलैंड प्रान्त के दिसावरी डिपो पर चना का औसत मूल्य फिलहाल घटकर 710-735 डॉलर प्रति टन के आसपास आ गया है जो पिछले महीने के आरंभ में 1000 डॉलर प्रति टन की ऊंचाई पर पहुंच गया था।
उत्पादक पहले ऊंचे दाम पर इसकी बिक्री कर रहे थे मगर कमजोर निर्यात मांग को देखते हुए निर्यातकों ने इसकी खरीदारी घटा दी और इसलिए उत्पादकों को भी अपने दाम में कटौती करने के लिए विवश होना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया में इस बार 15-17 लाख टन के बीच चना का उत्पादन होने का अनुमान लगाया जा रहा है जिसमें से करीब एक-तिहाई फसल की कटाई-तैयारी पूरी हो चुकी है और इसकी प्रक्रिया अभी जारी है।
तत्काल शिपमेंट के लिए चना का स्टॉक उपलब्ध हो रहा है। उम्मीद की जा रही थी कि भारतीय आयातक चना के नए माल के समस्त उपलब्ध स्टॉक का अनुबंध कर सकते हैं मगर ये खरीदार अभी तक सक्रिय नहीं हो पाए हैं।