iGrain India - रियो डी जेनेरो । दक्षिण अमरीका महाद्वीप के दोनों शीर्ष उत्पादक देशों- ब्राजील एवं अर्जेन्टीना में मौसम की हालत प्रतिकूल होने से सोयाबीन की बिजाई प्रभावित हो रही है और इसका क्षेत्रफल गत वर्ष से पीछे चल रहा है।
इसके अलावा उरुग्वे एवं पराग्वे जैसे पड़ोसी देशों में भी बिजाई की गति धीमी बताई जा रही है। उल्लेखनीय है कि विश्व स्तर पर सोयाबीन के उत्पादन तथा निर्यात में ब्राजील प्रथम तथा अर्जेन्टीना तीसरे नम्बर पर है जबकि दूसरा स्थान अमरीका का है।
ब्राजील में अब धीरे-धीरे सोयाबीन की बिजाई जोर पकड़ने लगी है लेकिन सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- माटो ग्रोसो सहित देश के मध्यवर्ती एवं उत्तरी राज्यों में वर्षा का अभाव बना हुआ है।
वैसे देश के दक्षिणी प्रांतों- पराना तथा रियो ग्रैंड डो सूल में हाल के दिनों में हुई बारिश से बिजाई के लिए स्थिति कुछ हद तक अनुकूल हुई है।
अर्जेन्टीना में कुछ दिन पूर्व भारी बारिश से बाढ़ आ गई थी और खेतों में पानी भरने से सोयाबीन की बिजाई पर असर पड़ रहा है। वहां पानी के सूखने का इंतजार किया जा रहा है।
वैसे किसान इससे ज्यादा चिंतित नहीं है क्योंकि वहां दो चरणों में सोयाबीन की खेती होती है और इसकी बिजाई की लम्बी (जनवरी तक) रहती है। वहां रकबा कुछ बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। ब्राजील में भी क्षेत्रफल कुछ सुधर सकता है।
भारत में सोयाबीन तेल का सर्वाधिक आयात अर्जेन्टीना एवं ब्राजील से किया जाता है। सोयाबीन की खेती के प्रति इन दोनों देशों में किसानों में उत्साह एवं आकर्षण तो बरकरार है मगर उन्हें अनुकूल मौसम का सहारा नहीं मिल रहा है।