iGrain India - होबार्ट । न्यू साउथ वेल्स प्रान्त के सुदूर दक्षिणी क्षेत्र को छोड़कर पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश भाग में कपास फसल की तुड़ाई-तैयारी का अभियान लगभग समाप्त हो गया है और इसका कुल उत्पादन पिछले साल के रिकॉर्ड स्तर से कुछ कम रहने की संभावना है।
केन्द्रीय एजेंसी- अबारेस ने 6 जून को जारी अपनी एक रिपोर्ट में चालू वर्ष के दौरान ऑस्ट्रेलिया में कपास (रूई) का कुल उत्पादन 55 लाख गांठ या 12.52 लाख टन होने का अनुमान लगाया है जो प्राइवेट संस्था- कॉटन ऑस्ट्रेलिया द्वारा लगाए गए अनुमान के लगभग बराबर, वर्ष 2022 के रिकॉर्ड उत्पादन 56 लाख गांठ से एक लाख गांठ कम तथा अबारेस के मार्च अनुमान से 5.3 लाख गांठ ज्यादा है।
समीक्षकों के अनुसार उत्तर में, मैक्वेरी घाटी से लेकर दक्षिण भाग तक कपास की औसत उपज दर उम्मीद से बेहतर रही और रूई की क्वालिटी भी बहुत अच्छी देखी जा रही है।
न्यू साउथ वेल्स प्रान्त के दक्षिणी भाग में मौसम की हालत काफी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है इसलिए कपास उत्पादकों को रूई के गोले की तुड़ाई-तैयारी करने में कठिन समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
कॉटन ऑस्ट्रेलिया के अनुसार लगभग 85 प्रतिशत फसल की तुड़ाई-तैयारी वहां पूरी हो चुकी है।
अबारेस की जून रिपोर्ट में 2023-24 सीजन के दौरान कपास का कुल वैश्विक उत्पादन 11.60 करोड़ गांठ पर पहुंचने का अनुमान लगाते हुए कहा गया है कि कमजोर आर्थिक परिदृश्य एवं महंगाई के दबाव से इसकी वैश्विक मांग एवं खपत में बाधा पड़ेगी।
रिपोर्ट के अनुसार जब तक अमरीका और यूरोपीय संघ में आर्थिक हालात अच्छे नहीं होते तब तक रूई की वैश्विक मांग में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी होना मुश्किल है।
ऑस्ट्रेलिया में यद्यपि रूई का अच्छा उत्पादन हुआ है मगर वैश्विक मांग कमजोर रहने के कारण वहां से इसके निर्यात का प्रदर्शन काफी फीका है। इसके फलस्वरूप वहां रूई के दाम में नरमी आने के संकेत मिल रहे हैं।