iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) तथा उसकी सहयोगी प्रांतीय एजेंसियों द्वारा 2023 के रबी मार्केटिंग सीजन (अप्रैल-जून) के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर किसानों से 2125 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कुल मिलाकर 262.03 लाख टन गेहूं की खरीद की गई जो 2022 सीजन की कुल खरीद 187.92 लाख टन से 39.44 प्रतिशत अधिक मगर 2021 सीजन की रिकॉर्ड खरीद 433.43 लाख टन से 60.45 लाख टन कम है।
इससे पूर्व 2020 के रबी मार्केटिंग सीजन में 389.92 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी। ध्यान देने की बात है कि 2023 का रबी मार्केटिंग सीजन औपचारिक तौर पर 30 जून को समाप्त हुआ जबकि गेहूं की सरकारी खरीद इससे काफी पहले ही बंद हो चुकी थी।
उपलब्ध आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2022 की तुलना में 2023 के रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान गेहूं की सरकारी खरीद पंजाब में 96.45 लाख टन से उछलकर 121.17 लाख टन, हरियाणा में 41.86 लाख टन से बढ़कर 63.17 लाख टन तथा मध्य प्रदेश में 46.03 लाख टन से उछलकर 70.97 लाख टन पर पहुंच गई। इसी तरह राजस्थान में भी गत वर्ष के 10 हजार टन के मुकाबले इस बार 4.38 लाख टन गेहूं खरीदा गया।
दूसरी ओर समीक्षाधीन अवधि के दौरान गेहूं की सरकारी खरीद उत्तर प्रदेश में 3.36 लाख टन से घटकर 2.20 लाख टन तथा बिहार में 4 हजार टन से गिरकर 1 हजार टन पर सिमट गई। केन्द्र शासित प्रदेश- चंडीगढ़ का प्रदर्शन कुछ बेहतर रहा।
वहां गेहूं की खरीद पिछले साल के 3 हजार टन से बढ़कर इस वर्ष 10 हजार टन पर पहुंच गई। हिमाचल प्रदेश में 3 हजार टन गेहूं खरीदा गया जो गत वर्ष के बराबर ही था।
1 अप्रैल 2023 को केन्द्रीय पूल में 83.45 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद था जबकि 262.03 लाख टन की खरीद के साथ पूरे मार्केटिंग सीजन के दौरान इसकी कुल उपलब्धता 345.48 लाख टन रहेगी।
इस स्टॉक से गेहूं की नियमित निकासी हो रही है और 15 लाख टन का स्टॉक खुले बाजार बिक्री योजना के तहत मार्केट में उतारने का निर्णय भी लिया गया है। सरकार ने चालू वर्ष के लिए 341.50 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया था।