iGrain India - नई दिल्ली । जून के तीसरे सप्ताह तक दक्षिण-पश्चिम मानसून की स्थिति कमजोर रहने और उसके बाद अचानक कई भागों में मूसलाधार वर्षा होने से किसानों को खरीफ फसलों की बिजाई के लिए पर्याप्त अनुकूल अवसर नहीं मिल सका।
इसके फलस्वरूप क्षेत्रफल काफी घट गया कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष के दौरान 7 जुलाई तक राष्ट्रीय स्तर पर खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 353.43 लाख हेक्टेयर तक ही पहुंच सका जो गत वर्ष की समान अवधि के क्षेत्रफल 387.01 लाख हेक्टेयर से 33.58 लाख हेक्टेयर कम है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान धान का उत्पादन क्षेत्र 71.10 लाख हेक्टेयर से घटकर 54.12 लाख हेक्टेयर, दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र 43.96 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 32.62 लाख हेक्टेयर तथा तिलहन फसलों का क्षेत्रफल 71.30 लाख हेक्टेयर से गिरकर 61.10 लाख हेक्टेयर रह गया लेकिन मोटे अनाजों का रकबा 61.33 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 73.40 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
नकदी या औद्योगिक फसलों के तहत कपास का उत्पादन क्षेत्र 79.15 लाख हेक्टेयर से घटकर 70.56 लाख हेक्टेयर रह गया लेकिन गन्ना का क्षेत्रफल 53.31 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 55.81 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
दलहन फसलों के संवर्ग तुवर का उत्पादन क्षेत्र 15.06 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 6.01 लाख हेक्टेयर तथा उड़द का बिजाई क्षेत्र 7.06 लाख हेक्टेयर से घटकर 4.89 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि कुलथी का रकबा 11 हजार हेक्टेयर पर स्थिर रहा।
दूसरी ओर मूंग का उत्पादन क्षेत्र 15.57 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 15.94 लाख हेक्टेयर तथा अन्य दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र 5.16 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 5.67 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
तिलहन फसलों में मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र 20.20 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 22.80 लाख हेक्टेयर, तिल का बिजाई क्षेत्र 1.52 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.06 लाख हेक्टेयर तथा अरंडी का क्षेत्रफल 6 हजार हेक्टेयर से उछलकर 24 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया मगर सूरजमुखी का रकबा 1.15 लाख हेक्टेयर से घटकर 31 हजार हेक्टेयर तथा सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र 48.28 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 35.63 लाख हेक्टेयर रह गया।
मोटे अनाजों में ज्वार का उत्पादन क्षेत्र 4.24 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 6.15 लाख हेक्टेयर तथा बाजरा का बिजाई क्षेत्र 23.98 लाख हेक्टेयर से उछलकर 38.46 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन मक्का का क्षेत्रफल 30.81 लाख हेक्टेयर से घटकर 27.11 लाख हेक्टेयर तथा स्माल मिलेट्स 1.33 लाख हेक्टेयर से गिरकर 75 हजार हेक्टेयर पर सिमट गया। रागी का क्षेत्रफल 95 हेक्टेयर पर स्थिर रहा। खरीफ फसलों की जोरदार बिजाई अभी जारी है।