iGrain India - साओ पाउलो । आज हल्दी की कीमतों में अच्छी तेजी देखी गयी। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष मानसून में विलम्ब होने एवं गत कई वर्षों से उत्पादकों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण उत्पादक राज्यों में बिजाई घटने के समाचार मिलने शुरू हो गए हैं। जिस कारण से हल्दी के भाव दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि भाव नीचे होने के कारण हल्दी के निर्यात में भी वृद्धि हुई है।
बिजाई अनुमान
जानकार सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में उत्पादन केन्द्रों पर हल्दी की बिजाई का कार्य चल रहा है। ईरोड लाइन पर हल्दी की बिजाई 70/75 प्रतिशत तक हो चुकी है।
मगर सूत्रों का कहना है कि वर्तमान तेजी के चलते हल्दी की बिजाई पूर्वानुमानों की तुलना में कुछ बढ़ सकती है। निजामाबाद लाइन पर बिजाई का कार्य अंतिम चरण में है अभी तक बिजाई गत वर्ष की तुलना में 20/25 प्रतिशत कम होने के समाचार मिले हैं।
कुल उत्पादन में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले राज्य महाराष्ट्र में मानसून विलम्ब से आने के कारण बिजाई में देरी हो रही है। साथ ही सुना गया है कि इस वर्ष किसान हल्दी के मुकाबले कपास, सोयाबीन एवं दलहन की बिजाई को प्राथमिकता देंगे। जिस कारण से महाराष्ट्र में हल्दी की बिजाई का क्षेत्रफल 20/30 प्रतिशत घटने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
मंदे की संभावना नहीं
सूत्रों का कहना है कि हल्दी की कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है लेकिन मुनाफावसूली बिकवाली आने पर कुछ समय के लिए भाव दब सकते हैं लेकिन भविष्य अच्छा रहेगा। क्योंकि नई फसल आने में लगभग 6 माह का समय शेष है।
अतः अभी कीमतों में ओर तेजी संभव है। हाजिर में बढ़ती मांग एवं वायदा के तेज समाचारों से आम उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर हल्दी के भाव 4/7 रुपए प्रति किलो तेजी के साथ बोले गए।
दिल्ली बाजार में भी हल्दी सिंगल पालिश का भाव 100 रुपए का स्तर पार करते हुए 103 रुपए पर पहुंच गया है। वायदा बाजार में भी हल्दी अगस्त का भाव 584 रुपए तेजी के साथ 10326 रुपए एवं अक्टूबर का भाव 614 रुपए तेजी के साथ 10852 रुपए पर बंद हुआ है।
निर्यात
गत सीजन में भाव नीचे होने के कारण हल्दी के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 2022-23 के दौरान हल्दी का निर्यात 170085.36 टन का रहा जबकि वर्ष 2021-22 में निर्यात 152757 टन का हुआ था।
भविष्यवाणी सत्य
उल्लेखनीय है कि हमने 17 मई के अंक में लिखा था कि हल्दी गट्ठा का भाव 90/100 रुपए बन जाना चाहिए जबकि उस समय दिल्ली बाजार में भाव 84/85 रुपए का चल रहा था।
आज दिल्ली बाजार में भाव 103 रुपए का हो गया है और अभी तेजी संभव है। हमारा मानना है कि नई फसल आने से पूर्व एक बार हल्दी का भाव 115/120 रुपए का स्तर छू सकता है।