iGrain India - नई दिल्ली । देश के दोनों शीर्ष उत्पादक प्रांतों- गुजरात एवं राजस्थान में चालू खरीफ सीजन के दौरान मूंगफली के उत्पादन क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी होने के संकेत मिल रहे हैं।
वस्तुत: यह मध्य जून में आए भीषण समुद्री चक्रवाती तूफान- बिपरजॉय के कारण इन दोनों राज्यों के अनेक जिलों में भारी वर्षा हुई थी जिससे वहां किसानों को अन्य खरीफ फसलों के साथ-साथ मूंगफली की अगैती बिजाई करने तथा क्षेत्रफल बढ़ाने का अच्छा अवसर मिल गया।
इसके बाद भी वहां मानसून की अच्छी बारिश होती रही। इससे फसल की प्रगति में सहायता मिल रही है। मूंगफली फसल की बिजाई की प्रक्रिया अभी जारी है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि चालू खरीफ सीजन के दौरान 7 जुलाई तक राष्ट्रीय स्तर पर मूंगफली का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 22.80 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 20.20 लाख हेक्टेयर से 2.60 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान मूंगफली का क्षेत्रफल गुजरात में 10.14 लाख हेक्टेयर से उछलकर 13.28 लाख हेक्टेयर तथा राजस्थान में 5.84 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 7.14 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
उत्तर प्रदेश में भी रकबा 10 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 16 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा। लेकिन दूसरी ओर इसका उत्पादन क्षेत्र मध्य प्रदेश में 81 हजार हेक्टेयर से गिरकर 54 हजार हेक्टेयर, महाराष्ट्र में 50 हजार हेक्टेयर से घटकर 21 हजार हेक्टेयर तथा छत्तीसगढ़ में 5 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 1 हजार हेक्टेयर रह गया।
हरियाणा में मूंगफली का रकबा 5 हजार हेक्टेयर पर स्थिर रहा जबकि अन्य राज्यों में क्षेत्रफल 2.71 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 1.41 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया। मूंगफली के बिजाई क्षेत्र में आगे सुधार की प्रक्रिया जारी रहेगी। दक्षिणी राज्यों में बिजाई की गति धीमी है।