iGrain India - विनीपेग । पश्चिमी कनाडा के प्रेयरी संभाग में भयंकर सूखा पड़ने एवं वर्षा का भारी अभाव रहने से फसलों की हालत लगातर बिगड़ती जा रही है। मालूम हो कि इसी संभाग में सस्कैचवान तथा अल्बर्टा प्रान्त अवस्थित है जो कनाडा में कृषि फसलों का सबसे ज्यादा उत्पादन करता है।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार सस्कैचवान प्रान्त के पश्चिमी भाग तथा अल्बर्टा राज्य के दक्षिणी एवं मध्यवर्ती क्षेत्र में फसलों की हालत सबसे ज्यादा खराब है।
ध्यान देने की बात है कि कनाडा में 80-90 प्रतिशत मसूर एवं मटर तथा कैनोला एवं गेहूं का उत्पादन इन्हीं दो प्रांतों में होता है। इस क्षेत्र में लम्बे समय से अच्छी बारिश नहीं हुई है जिससे खासकर ड्यूरम गेहूं एवं मसूर की फसल के बारे में गंभीर चिंता चिंता उत्पन्न हो गई है। अल्बर्टा राज्य की हालत तो बद से बदतर होती जा रही है।
समीक्षकों के मुताबिक वैसे तो सस्कैचवान प्रान्त के पूर्वी भाग तथा मनिटोबा राज्य में फसलों की स्थिति लगभग सामान्य बनी हुई है लेकिन फिर भी वहां औसत उपज दर पिछले साल से नीचे रहने की संभावना है।
कुल मिलाकर कनाडा में फसलों का उत्पादन सामान्य औसत स्तर से कम होने का अनुमान है। यदि अगले कुछ दिनों तक अच्छी बारिश नहीं हुई तो उत्पादन में और भी गिरावट आ सकती है। अल्बर्टा प्रान्त में रेड डियर क्षेत्र के उत्तरी भाग में फसल अच्छी है जबकि दक्षिणी हिस्से में बहुत खराब है। जिन इलाकों में सिंचाई की सुविधा नहीं है वहां फसल लगातार कमजोर पड़ती जा रही है।
उल्लेखनीय है कि कनाडा दुनिया में मसूर, मटर एवं कैनोला का सबसे बड़ा उत्पादक तथा निर्यातक देश है। प्रेयरी संभाग के सूखा ग्रस्त क्षेत्रों में फसलों की औसत उपज दर में 10 से 50 प्रतिशत तक की गिरावट आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
विश्लेषकों का कहना है कि कुछ क्षेत्रों में हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब अच्छी वर्षा होने पर भी फसलों को फायदा नहीं हो पाएगा। अल्बर्टा में केवल 45 प्रतिशत फसल की हालत अच्छी या उत्साहवर्धक आंकी गई है। ड्यूरम सरसों एवं अलसी की फसल बर्बाद हो रही है।