iGrain India - विनीपेग । कनाडा के दोनों शीर्ष कृषि उत्पादक राज्य- सस्कैचवान एवं अल्बर्टा के अधिकांश भाग में भयंकर सूखा पड़ने से विभिन्न फसलों और खासकर ड्यूरम गेहूं, मसूर, सरसों एवं अलसी की फसल को भारी नुकसान हो रहा है।
सिंचित क्षेत्रों में तो फसलों की हालत कुछ हद तक ठीक भी है मगर वर्षा पर आश्रित इलाकों में इसके सूखने का खतरा पैदा हो गया है। कुछ भागों में फसलें सूख गई हैं इसलिए अब वहां बारिश होने पर भी उसे कोई फायदा नहीं होगा।
ध्यान देने की बात है कि अगले महीने से कनाडा में बसंत कालीन फसलों की कटाई-तैयारी आरंभ होने वाली है इसलिए मौजूदा समय उसके लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि फसलों में फूल लगने एवं दाना बनने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। इस समय वहां मौसम का अनुकूल रहना बहुत जरुरी है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार दोनों राज्यों में तापमान ऊंचा होने तथा बारिश का अभाव रहने से खेतों की मिटटी सूख गई है जिससे वर्षा पर आश्रित क्षेत्रों में फसलों की हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है।
सस्कैचवान कनाडा का सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त है लेकिन उसके पश्चिमी भाग में भयंकर सूखे का माहौल बना हुआ है। इससे मसूर की फसल बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
इसी तरह अल्बर्टा प्रान्त के दक्षिणी एवं मध्यवर्ती भाग में बारिश की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वहां अगले दो- चार दिनों में अच्छी बारिश नहीं हुई तो मसूर की औसत उपज दर में 10 से 50 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है। मसूर के उत्पादन अनुमान में कटौती का दौर पहले ही शुरू हो चुका है।