iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा 2 अगस्त को खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत आयोजित साप्ताहिक ई-नीलामी के दौरान चावल का भारित औसत मूल्य घटकर 3124.33 रुपए प्रति क्विंटल रह गया जबकि इससे पिछले सप्ताह यह 3151.10 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया था।
हालांकि चावल की कुल बिक्री पिछले सप्ताह के 100 टन से बढ़ाकर चालू सप्ताह की नीलामी में 150 टन पर पहुंच गई लेकिन यह कुल बिक्री ऑफर से काफी कम रही।
समीक्षकों का कहना है कि आगे की नीलामी में भी चावल की बिक्री सीमित रह सकती है क्योंकि सरकार द्वारा इसके दिशा निर्देशों में कोई बदलाव किए जाने की संभावना नहीं है। सफेद गैर बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगने के कारण घरेलू बाजार भाव पर दबाव बढ़ने लगा है।
केन्द्र सरकार पहले ही प्रत्येक पात्र खरीदार के लिए चावल की ऊपरी खरीद सीमा को 100 टन बढ़ाकर 1000 टन निर्धारित कर चुकी है जबकि व्यापारी चावल के न्यूनतम आरक्षित मूल्य में कटौती की मांग कर रहे हैं जो अभी 3100 रुपए प्रति क्विंटल नियत है।
खाद्य निगम ने 2 अगस्त की नीलामी के दौरान कुल 1.43 लाख टन चावल की बिक्री ऑफर दिया था जो समूचे देश में इसके 168 डिपो से बेचा जाना था। लेकिन व्यापारियों ने इसकी खरीद में बहुत कम दिलचस्पी दिखाई। आगे भी उसका उत्साह बढ़ने की संभावना नहीं है।
घरेलू बाजार में आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति को सुगम बनाने तथा कीमतों को नियंत्रण में रखने के उद्देश्य से सरकार चावल तथा गेहूं के लिए विभिन्न तरह का कदम उठा रही है। गेहूं एवं इसके उत्पादों का निर्यात पिछले साल से ही बंद है।
टुकड़ी चावल के निर्यात पर भी सितम्बर 2022 से प्रतिबंध लगा हुआ है जबकि 20 जुलाई 2023 को गैर बासमती श्रेणी के सफेद चावल के निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई। दूसरी ओर खुले बाजार बिक्री योजना के तहत निश्चित मूल्य पर चावल की बिक्री बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।