iGrain India - ब्रिसबेन । मसूर के एक प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ऑस्ट्रेलिया में 2022-23 सीजन के दौरान इस महत्वपूर्ण दलहन का रिकॉर्ड उत्पादन होने से इसके निर्यात में भी शानदार वृद्धि हो रही है।
भारत, श्रीलंका, नेपाल एवं संयुक्त अरब अमीरात सहित अनेक देश ऑस्ट्रेलिया से भारी मात्रा में मसूर का आयात करते हैं। भारत सबसे प्रमुख खरीदार बना हुआ है।
ऑस्ट्रेलिया सांख्यिकी ब्यूरो (एबीएस) के नवीनतम आंकड़ों से मसूर का कुल निर्यात उछलकर 12,41,265 टन के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया जो 2021-22 सीजन की समान अवधि के शिपमेंट से 88 प्रतिशत अधिक है।
रिकॉर्ड उत्पादन के कारण इस बार ऑस्ट्रेलिया में मसूर का भरपूर निर्यात योग्य अधिशेष स्टॉक उपलब्ध रहा और इसकी कीमतें भी प्रतिस्पर्धी स्तर पर बनी हुई हैं जिससे भारत सहित अन्य आयातक देशों को वहां से इसे मंगाने में कोई कठिनाई नहीं हो रही है।
एबीएस की रिपोर्ट के अनुसार वैसे मई की तुलना में जून माह के दौरान मसूर के निर्यात में एक लाख टन से अधिक की गिरावट आ गई। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मई में ऑस्ट्रेलिया से 2,60,686 टन मसूर का शानदार निर्यात हुआ था जो जून में घटकर 1,58,971 टन पर सिमट गया।
जून 2023 के दौरान भारत ऑस्ट्रेलियाई मसूर का सबसे प्रमुख खरीदार रहा जिसने वहां से 1,27,620 टन का आयात किया। इसके बाद श्रीलंका का स्थान रहा जिसने 27,046 टन मसूर का आयात किया। करीब 2500 टन के आयात के साथ नेपाल तीसरे स्थान पर रहा।
ऑस्ट्रेलिया में मसूर की बिजाई समाप्त हो चुकी है और अक्टूबर-नवम्बर में इसके नए माल की आवक शुरू होने की उम्मीद है। इस बार वहां उत्पादन घटने की संभावना है क्योंकि मौसम प्रतिकूल रह सकता है।