iGrain India - नई दिल्ली । स्वदेशी खाद्य तेल उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र के एक महत्वपूर्ण संगठन- इंडियन वैजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इवपा) द्वारा पिछले सप्ताह मलेशिया पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) तथा पाम ऑयल रिफाइनर्स एसोसिएशन ऑफ थाईलैंड (पोराट) के साथ आपसी सहमति का समझौता (एमओयू) किया गया जिसका उद्देश्य वनस्पति तेल क्षेत्र में विकास की गति को तेज करना है।
उल्लेखनीय है कि इवपा द्वारा 4-5 अगस्त 2023 को नई दिल्ली में वनस्पति तेल एवं तिलहन क्षेत्र पर ग्लोबल राउण्ड टेबल 2.0 कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था और उसी दौरान इस एमओयू (करार) पर हस्ताक्षर किए गए।
एम्पोब के साथ हुए करार को कांफ्रेंस की एक प्रमुख उपलब्धि बताते हुए इवपा के अध्यक्ष सुधाकर देसाई ने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य आपसी हितों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है जिससे इस क्षेत्र के विकास को गति देने हेतु दोनों पक्षों की क्षमता बढ़ाई जा सके।
थाईलैंड की संस्था- पोराट के साथ हुए करार के बारे में इवपा अध्यक्ष का कहना था कि इस रणनीतिक सहयोग-सहभागिता का उद्देश्य दोनों देशों के बीच एक दीर्घ कालीन साझीदारी (पार्टनरशिप) स्थापित करना है।
दोनों देशों का इरादा पाम तेल एवं वनस्पति तेल उद्योग में विकास एवं सहयोग को बढ़ाना है। उनका कहना था कि 4 अगस्त को ग्लोबल राउण्ड टेबल के उद्घाटन समारोह के दौरान उस समय स्मरणीय अवसर आया जब 'विश्व वनस्पति तेल दिवस' (वर्ल्ड वैज ऑयल्स डे) का शुभारंभ हुआ। इससे वनस्पति तेल के बारे में धारणा बदलने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम के रूप में मनाया जाएगा।
मालूम हो कि भारत में इंडोनेशिया के साथ-साथ मलेशिया एवं थाईलैंड से भी बढ़े पैमाने पर पाम तेल का आयात किया जाता है। भारत दुनिया में खाद्य तेलों का सबसे प्रमुख आयातक देश है। यहां अन्य तेलों का भी बड़े पैमाने पर आयात किया जाता है।