iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा संचालित केन्द्रीय पूल में 1 अगस्त 2023 को 242.96 लाख टन चावल एवं 280.39 लाख टन गेहूं के साथ कुल 523.35 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक उपलब्ध था।
इसके अलावा वहां 196.13 लाख टन धान तथा 4 लाख टन मोटे अनाजों का स्टॉक भी मौजूद था। इसके मुकाबले 1 जुलाई 2023 को केन्द्रीय पूल में 253.49 लाख टन चावल एवं 301.45 लाख टन गेहूं के साथ 554.94 लाख टन खाद्यान्न का भंडार था जबकि धान का स्टॉक 232.99 लाख टन एवं मोटे अनाजों का स्टॉक 4.43 लाख टन रहा था।
उपरोक्त आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई के मुकाबले अगस्त 2023 के दौरान चावल के स्टॉक में 10.53 लाख टन, गेहूं के स्टॉक में 21.06 लाख टन, खाद्यान्न के कुल स्टॉक में 31.59 लाख टन, धान के स्टॉक में 36.86 लाख टन एवं मोटे चावल के स्टॉक में 43 हजार टन की गिरावट आई।
एक साल पूर्व की अवधि से तुलना करने पर पता चलता है कि 1 अगस्त 2022 को केन्द्रीय पूल में 279.52 लाख टन चावल, 266.45 लाख टन गेहूं सहित कुल 545.97 लाख टन खाद्यान्न तथा 194.57 लाख टन धान एवं 3.58 लाख टन मोटे अनाजों का स्टॉक मौजूद था।
इसी तरह अगस्त 2021 के आरंभ में वहां 291.08 लाख टन चावल तथा 564.80 लाख टन गेहूं के साथ कुल 855.88 लाख टन खाद्यान्न के अलावा 229.12 लाख टन धान तथा 5.45 लाख टन मोटे अनाजों का स्टॉक भी उपलब्ध था।
इस तरह अगस्त 2022 की तुलना में अगस्त 2023 के आरंभ में चावल का स्टॉक 36.56 लाख टन घट गया मगर गेहूं का स्टॉक 13.94 लाख टन अधिक रहा। इसके फलस्वरूप खाद्यान्न के कुल स्टॉक में 22.62 लाख टन की गिरावट आई। दूसरी ओर धान के स्टॉक में 1.56 लाख टन एवं मोटे अनाजों के स्टॉक में 42 हजार टन का इजाफा दर्ज किया गया।
अब केन्द्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 50 लाख टन गेहूं तथा 25 लाख टन चावल की बिक्री चरणबद्ध रूप से करने का निर्णय लिया है जिससे केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न के स्टॉक पर दबाव बढ़ने की संभावना है।