iGrain India - मास्को । एक अग्रणी संस्था- सोवईकोन ने अपनी नई रिपोर्ट में 2023 के वर्तमान वर्ष के दौरान रूस में गेहूं का कुल उत्पादन बढ़कर 921 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की है जो अब तक का दूसरा सबसे ऊंचा स्तर और पिछले माह के उत्पादन अनुमान 871 लाख टन से 50 लाख टन ज्यादा है।
उल्लेखनीय है कि चीन और भारत के बाद रूस संसार में गेहूं का तीसरा सबसे प्रमुख उत्पादक देश है। ध्यान देने की बात है कि पिछले साल रूस में गेहूं का उत्पादन तेजी से उछलकर सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था।
सोवईकोन के मुताबिक देश के मध्यवर्ती भाग एवं वोल्गा क्षेत्र में मौसम की हालत अनुकूल होने से गेहूं की औसत उपज दर में काफी सुधार आने के संकेत मिल रहे हैं जिसे देखते हुए उत्पादन का अनुमान बढ़ाया गया है।
रूस के मध्यवर्ती भाग में गेहूं की औसत उपज दर बढ़कर 5 टन प्रति हेक्टेयर पर पहुंच गई है जो पिछले साल से भी कुछ ऊंची है। वहां जुलाई तथा अगस्त के दौरान हुई अच्छी वर्षा से फसल को काफी फायदा हुआ है।
उधर वोल्गा क्षेत्र में भी जुलाई के अंत एवं अगस्त के आरंभ में हुई वर्षा ने गेहूं की फसल को भारी फायदा पहुंचाया। वैसे कुछ इलाकों में अभी बारिश की जरूरत बनी हुई है लेकिन कुल मिलाकर फसल औसत दर्जे की हो गई है।
संस्था ने जुलाई की अपनी रिपोर्ट में रूस के मध्यवर्ती भाग में 189 लाख टन गेहूं के उत्पादन का अनुमान लगाया था जिसे अगस्त की रिपोर्ट में 22 लाख टन बढ़ाकर 211 लाख टन निर्धारित किया है।
इसी तरह वोल्गा क्षेत्र में गेहूं का उत्पादन अनुमान 157 लाख टन से बढ़ाकर 178 लाख टन नियत किया गया है। वर्ष 2022 के दौरान रूस में गेहूं का उत्पादन बढ़कर 1042 लाख टन के ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था जिसके मुकाबले इस बार का उत्पादन 121 लाख टन कम हो सकता है।
रूस में गेहूं के उत्पादन का पंचवर्षीय औसत आंकड़ा 826 लाख टन आंका गया है जिसकी तुलना में इस बार उत्पादन करीब 95 लाख टन अधिक हो सकता है। वहां गेहूं का बकाया स्टॉक भी मौजूद है जिससे उसे निर्यात बढ़ाने में समस्या नहीं होगी।