iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय एजेंसी- भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) तथा प्रांतीय एजेंसियों को मिलाकर सरकार के पास 16 अगस्त 2023 को कुल 511.56 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक उपलब्ध था जिसमें 237.91 लाख टन चावल एवं 273.65 लाख टन गेहूं का स्टॉक शामिल था।
16 अगस्त को खाद्य निगम के प्रत्यक्ष स्वामित्व में 188.28 लाख टन चावल एवं 138.94 लाख टन गेहूं सहित कुल 327.22 लाख टन खाद्यान्न का भंडार था जबकि प्रांतीय एजेंसियों के पास 49.63 लाख टन चावल एवं 134.71 लाख टन गेहूं के साथ कुल 184.34 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था।
दोनों संवर्ग की एजेंसियों को मिलाकर 16 अगस्त को देश के पूर्वी जोन में 23.19 लाख टन चावल एवं 10.33 लाख टन गेहूं के साथ कुल 33.52 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था। पूर्वी जोन में बिहार, झारखंड, उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल शामिल है।
इसी तरह देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में कुल 6.64 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक उपलब्ध था जिसमें 5.63 लाख टन चावल एवं 1.01 लाख टन गेहूं की मात्रा शामिल थी। इस जोन में आसाम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर एवं नागालैंड सम्मिलित हैं।
उत्तरी जोन में दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड आते हैं। वहां 16 अगस्त को सरकारी एजेंसियों के पास 104.74 लाख टन चावल तथा 158.33 लाख टन गेहूं के साथ कुल 263.07 लाख टन खाद्यान्न का भंडार मौजूद था।
पंजाब में सर्वाधिक 147.47 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक था जिसमें 69.69 लाख टन चावल तथा 77.78 लाख टन गेहूं की मात्रा शामिल थी। हरियाणा में 60.09 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक उपलब्ध था।
देश के दक्षिणी जोन में कुल 63.26 लाख टन खाद्यान्न का भंडार था जिसमें चावल की मात्रा 60.45 लाख टन तथा गेहूं की मात्रा केवल 2.81 लाख टन थी। इस जोन में आने वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु एवं केरल सम्मिलित है।
इसी प्रकार देश के पश्चिमी जोन में शामिल राज्यों-गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में कुल मिलाकर 141.82 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था जिसमें 42 लाख टन चावल तथा 99.82 लाख टन गेहूं की मात्रा शमिल थी।
किसी भी राज्य की मंडियों में गेहूं का कोई स्टॉक नहीं पड़ा हुआ था और इसकी सम्पूर्ण मात्रा पहले ही गोदामों / वेयर हाउसों में भंडारित हो चुकी थी। लेकिन परिचालन में 3.25 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक था जिसमें 1.90 लाख टन चावल एवं 1.35 लाख टन गेहूं की मात्रा शामिल थी।